10 दिन में 33 नक्सली सरेंडर, MMC जोन हुआ खत्म: मिलिंद का एनकाउंटर, रामधेर-अनंत-कबीर ने डाले हथियार

By : hashtagu, Last Updated : December 9, 2025 | 5:17 pm

छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र बॉर्डर : महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ (MMC) जोन अब पूरी तरह नक्सल मुक्त (naxal free) हो गया है। सेंट्रल कमेटी मेंबर मिलिंद तिलतुमड़े का एनकाउंटर हो चुका है। इसके बाद सेंट्रल कमेटी मेंबर रामधेर, प्रवक्ता अनंत और SZCM कबीर ने अपने 33 साथियों के साथ हथियार डाल दिए। हालांकि, छोटा दीपक और कुछ छिटपुट नक्सली अभी भी सरेंडर करने की तैयारी में हैं।

MMC जोन, जो इन तीन राज्यों के बॉर्डर पर स्थित था, में पहले लगभग 40-45 सक्रिय नक्सली थे। अब सिर्फ छोटा दीपक के साथ 5-6 सदस्यों की छोटी टीम बची है। छत्तीसगढ़ सरकार का दावा है कि इनके सरेंडर के बाद यह इलाका पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो गया।

जानकारी के अनुसार, साल 2014-2016 के बीच इस इलाके को MMC जोन के रूप में डेवलप किया गया था। तब हथियारबंद नक्सलियों की संख्या 80-100 के बीच थी। MMC जोन में दो डिवीजन बनाए गए थे: गोंदिया-बालाघाट-राजनांदगांव (GBR) और कान्हा-भोरमदेव (KB)। GBR का प्रभारी मंगू और KB का प्रभारी सुरेंद्र उर्फ कबीर था। SZCM अनंत को पूरे MMC जोन का प्रवक्ता बनाया गया था।

साल 2021 में गढ़चिरौली में C-60 कमांडोज के साथ मुठभेड़ में MMC जोन के प्रभारी मिलिंद तिलतुमड़े समेत 26 नक्सलियों का एनकाउंटर हुआ था। साल 2023 में GBR डिवीजन के प्रभारी मंगू की मौत हो गई थी। इसके बाद रामधेर को CCM बनाया गया।

छोटा दीपक के सरेंडर के साथ MMC जोन में नक्सली गतिविधि पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। वर्तमान में इस इलाके में सिर्फ 5-6 नक्सली शेष हैं। लगातार नक्सलियों के सरेंडर से छत्तीसगढ़ सरकार ने MMC जोन के खत्म होने का दावा किया है।