रायपुर में 60वीं DGsP–IGsP कॉन्फ्रेंस शुरू, अमित शाह बोले– अगली कांफ्रेंस तक देश नक्सलवाद से मुक्त
By : dineshakula, Last Updated : November 28, 2025 | 10:58 pm
रायपुर, 28 नवंबर 2025: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने तीन दिवसीय 60वीं DGsP/IGsP कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में DGP/IGP कॉन्फ्रेंस देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़े समाधान, चुनौतियों और रणनीतियों पर नीति निर्धारण का महत्वपूर्ण मंच बन चुका है।
Today, in the DGsP/IGsP Conference reiterated the significance of accuracy of intelligence, clarity of objectives, and synergy in action to shield the nation from new age threats. The discussions held in this Conference would help in preparing a Roadmap for Policing towards… pic.twitter.com/oeKy8TAzZd
— Amit Shah (@AmitShah) November 28, 2025
अमित शाह ने दावा किया कि अगली DGsP/IGsP कॉन्फ्रेंस से पहले देश नक्सलवाद की समस्या से पूर्णतः मुक्त हो जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले 7 वर्षों में 586 फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशन बनाकर सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया है। इसी का परिणाम है कि 2014 में नक्सल प्रभावित 126 जिले अब घटकर सिर्फ 11 रह गए हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि नक्सलवाद, नार्थ-ईस्ट और जम्मू-कश्मीर जैसे तीन बड़े हॉटस्पॉट, जो पिछले 40 साल से देश के लिए चुनौती बने हुए थे, उनका स्थायी समाधान मोदी सरकार ने किया है और ये क्षेत्र जल्द ही देश के बाकी हिस्सों की तरह शांत और सामान्य हो जाएंगे।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने NIA और UAPA कानूनों को मजबूत किया है, तीन नए आपराधिक कानून लागू किए हैं और नारकोटिक्स व भगोड़ों के खिलाफ सख्त कानून बनाए हैं। शाह ने कहा कि नए आपराधिक कानूनों के पूर्ण लागू होने के बाद भारत की पुलिसिंग दुनिया में सबसे आधुनिक होगी।
PFI पर प्रतिबंध का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि संगठन के ठिकानों पर देशभर में छापेमारी और गिरफ्तारियां केंद्र–राज्य समन्वय का बेहतरीन उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि Intelligence की Accuracy, Objective की clarity और Action की synergy पर काम करते हुए सुरक्षा एजेंसियां कट्टरता, उग्रवाद और नारकोटिक्स के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रही हैं।
अमित शाह ने कहा कि नारकोटिक्स और संगठित अपराध पर 360 डिग्री कार्रवाई की जरूरत है, ताकि अपराधियों और ड्रग नेटवर्क को देश में कहीं भी जगह न मिल सके। उन्होंने राज्यों की पुलिस से अपील की कि वे NCB के साथ मिलकर राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ड्रग गिरोहों पर कड़ा प्रहार करें और उनके सरगनाओं को जेल भेजें।


