आप नेता ‘शिवनारयण द्विवेदी-पुष्पेंद्र’ ने थामा कांग्रेस का दामन!, खोले पैसा ‘वसूली’ के राज

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव करीब हैं। चुनाव से पहले नेताओं के पार्टी बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी के दो नेता शिवनारायण द्विवेदी (Shivnarayan Dwivedi) और पुष्पेंद्र परिहार ने

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  • Updated On - April 21, 2023 / 09:13 PM IST

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव करीब हैं। चुनाव से पहले नेताओं के पार्टी बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी के दो नेता शिवनारायण द्विवेदी (Shivnarayan Dwivedi) और पुष्पेंद्र परिहार ने कांग्रेस में प्रवेश (enter congress) किया है। पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कांग्रेसी गमछा पहनाकर दोनों नेताओं को पार्टी में प्रवेश दिलाया है।

शिवनारायण द्विवेदी पहले कांग्रेस में ही शामिल थे।इसके बाद उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की लेकिन जल्द ही बीजेपी को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गये और अब फिर एक बार उनकी घर वापसी हुई है। कांग्रेस प्रवेश करने वाले पुष्पेंद्र परिहार ने कहा कि मेरी घर वापसी हुई है। आप पार्टी में तानाशाही है। उन्होने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हे रायपुर लोकसभा की जिम्मेदारी दी गई थी लेकिन पार्टी का चंदा वसूली जोरों पर हैं।

झीरम घाटी हमले के बाद शिवनारायण द्विवेदी ने छोड़ी थी कांग्रेस

शिवनारायण द्विवेदी कांग्रेस के उन नेताओं में शामिल थे, जो झीरम घाटी में हुई घटना के वक्त वहां मौजूद थे। 25 मई 2013 को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा में हमला हुआ था।झीरम घाटी कांड में माओवादियों के हाथों छत्तीसगढ़ कांग्रेस के शीर्ष स्तर के कई नेता मारे गए थे। ये एक ऐसी हिंसा थी जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। झीरम हमले में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल और बस्तर टाइगर कहे जाने वाले महेन्द्र कर्मा की मौत हुई थी।

इसके अलावा योगेंद्र शर्मा, उदय मुदलियार और प्रफुल्ल शुक्ला जैसे कांग्रेस नेताओं ने भी इस नरसंहार में अपनी जान गंवायी थी। परिवर्तन यात्रा में शिवनारायण द्विवेदी भी शामिल थे। इस घटना के बाद पार्टी में झीरम पीड़ितों की अनदेखी और उपेक्षा का आरोप लगाते हुए उन्होनें कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में प्रवेश किया था लेकिन जल्द ही बीजेपी से भी उनका मोहभंग हो गया। इसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थामा था लेकिन वहां से भी अलग होकर तब कांग्रेस में वापसी की है।