कलेक्टर नम्रता के बाद हरीश एस का पीएम ट्रॉफी के लिए ऐलान
By : madhukar dubey, Last Updated : January 20, 2025 | 5:31 pm
साल 2015 बैच के आईएएस हरीश एस को सुकमा में समग्र विकास के लिए किए गए कामों के लिए पुरुस्कार दिया जाएगा। आईएएस नम्रता गांधी को जल संरक्षण की दिशा में सक्रिय योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।
बतौर कलेक्टर पहला जिला है सुकमा
मूल रूप से तमिलनाडु के मदुरई जिले के रहने वाले हरीश एस को सुकमा में बतौर कलेक्टर पहला जिला मिला है। बताते चलें कि हरीश एस ने 7 सितंबर 2015 को आईएएस की सर्विस ज्वाइन की थी।
ऐसा रहा है करियर का सफर
लाल बहादुर प्रशासन अकादमी से प्रशिक्षण पूरा किया।
बिलासपुर में सहायक कलेक्टर के पद पर हुई थी तैनाती।
इसके बाद रायगढ़ जिले के खरसिया अनुविभाग में एसडीएम बने।
इसके बाद रायगढ़ के अपर कलेक्टर के पद पर मिली थी तैनाती।
खरसिया और रायगढ़ में भू-अधिग्रहण और राजस्व संबंधी काम संभाला।
रायगढ़ अपर कलेक्टर के बाद हरीश एस को मिली नई जिम्मेदारी।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के जिला पंचायत सीईओ बनाए गए।
बिलासपुर जिले के जिला पंचायत सीईओ के पद पर भी किया काम।
बतौर कलेक्टर हरीश एस को पहली पोस्टिंग सुकमा जिले में मिली है।
नौकरी छोड़कर की तैयारी, 5वें प्रयास में सफल
हरीश एस तमिलनाडु के मदुरई के रहने वाले हैं। इनका जन्म छह नवंबर 1987 को हुआ है। पिता जल संसाधन विभाग में इंजीनियर थे। इनकी मां एक निजी अस्पताल में काम करती थीं। हरीश इकलौती संतान हैं।
उन्होंने टीवीएस स्कूल मदुरई से 12वीं की पढ़ाई की थी। इसके बाद चेन्नई में स्थित कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग गिंडी से मैन्युफैक्चरिंग ब्रांच से बीटेक की उपाधि प्राप्त की। इंजीनियरिंग करने के बाद हरीश ने कुछ समय तक साफ्टवेयर कंपनी और बैंक में नौकरी की। कुछ दिनों बाद नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करने लगे। यूपीएससी के अपने पांचवें प्रयास में हरीश एस आईएएस के लिए चुने गए। यूपीएससी मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में मानव विज्ञान विषय को चुना था।
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