छत्तीसगढ़। रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर के बाद अब उत्तर छत्तीसगढ़ (North Chhattisgarh) भी जल्द ही हवाई सेवा से जुडऩे जा रहा है। मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा (Maa Mahamaya Airport Darima) अंबिकापुर में नवनिर्मित हवाई अड्डे से पहली ट्रायल उड़ान की तैयारी पूरी हो चुकी है। जानकारी के अनुसार यह ट्रायल उड़ान 11-12 अप्रैल को होगी। बता दें कि यह एयरपोर्ट, राज्य सरकार का है। विमानन विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने यह बताया कि 15 अप्रैल से पहले ट्रायल फ्लाइंग की कोशिश की चल रही है। यह भी स्पष्ट किया कि यदि अपना पायलट मिला तो स्टेट प्लेन से अन्यथा चार्टर्ड प्लेन से ट्रायल रन करना होगा।
मां महामाया एयर पोर्ट के रनवे का निर्माण का काम पूरा हो गया है नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए ) की टीम ने दो दिन पहले पीसीएम टेस्ट किया। अब उसके बाद टीम 10 अप्रैल क़ो रनवे की मजबूती क़ो जांचने के लिए फिक्शन टेस्ट करेगी।
उसके बाद मापदंड के हिसाब से निर्माण होने पर डीजीसीए की टीम 11 या उसके बाद कभी भी लाइसेंस जारी करने के लिए अंतिम निरीक्षण करेगी और इस दौरान डीजीसीए का हवाई जहाज टेस्ट के लिए यहां लैंड करेगा और उसके बाद उड़ान भरेगी। इसमें सब सही मिला तो लाइसेंस जारी करने की प्रकिया होगी।
दरिमा के मां महामाया एयरपोर्ट का काम अब पूरा हो चुका हैं। 11 अप्रैल या इसके बाद कभी भी एयरपोर्ट में फ्लाइट की ट्रायल लैंडिंग की जाएगी। प्रशासन तैयारी में जुटा हुआ है। हवाई सेवा शुरू होने का सपना क्षेत्र के लोग लंबे समय से देख रहे हैं। प्रशासन इसके लिए पुरजोर कोशिश कर रहा। कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत व स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव लगातार हवाई सेवा शुरू करने पुरजोर प्रयास करते आए हैं। सभी के प्रयास से सरगुजावासियों को हवाई सेवा यात्रा की सौगात मिलने वाली हैं। सरगुजा के इर्दगिर्द बिहार, झारखंड व ओडिशा राज्य है, व्यापारिक गतिविधियों के नजर से भी सरगुजावासियों काे इसका खासा फायदा मिलेगा। आम आदमी भी अब हवाई यात्रा कर सकेगा।
एयरपोर्ट रनवे की लंबाई 315 मीटर बढ़ाई: एयरपोर्ट रनवे की मौजूदा लंबाई 1516 मीटर थी, जिसे बढ़ाकर 1830 मीटर किया गया है। उसके अलावा हवाई अड्डे की पीसीएन क्षमता 12 है, जिसे बढ़ाकर 25 किया है ताकि 72 सीटों वाले विमान सहित घरेलू उड़ानें बिना किसी परेशानी के उतर सके। रनवे की क्षमता बढ़ाने के अलावा एयरपोर्ट पर एक आइसोलेशन वे, एक एप्रन, दो टैक्सिंग वे और अन्य निर्माण किए हैं।
लोक निर्माण विभाग के ईई वीके बेदिया ने बताया कि दो साल से रनवे का निर्माण चल रहा था, 1830 मीटर और 30 मीटर चौड़े रनवे का निर्माण किया गया है, जिसमें करीब 37 करोड़ रुपए खर्च हुए है, वहीं एयरपोर्ट में अन्य काम करीब डेढ़ करोड़ का हुआ है। निर्माण की क्वालिटी बिलकुल सही है। अब मार्किंग का काम चल रहा है।