प्रतिमा या अर्थी”: अमित जोगी का दो टूक अल्टीमेटम, अजीत जोगी प्रतिमा विवाद ने पकड़ा तूल

By : hashtagu, Last Updated : May 27, 2025 | 3:49 pm

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी (Ajit Jogi) की आदमकद प्रतिमा को लेकर सियासत गरमा गई है। हाल ही में ज्योति चौक से रहस्यमयी ढंग से गायब हुई प्रतिमा नगरपालिका परिसर से बरामद की गई, लेकिन इसके बाद मामला एक नया मोड़ ले चुका है। प्रशासन ने पहले वादा किया था कि 24 घंटे के भीतर प्रतिमा पुनः स्थापित कर दी जाएगी, मगर अगली ही सुबह प्रशासन मुकर गया।

अब प्रशासन का कहना है कि जिस स्थान पर प्रतिमा लगी थी, वह जमीन विवादित है और सोसाइटी को लीज पर दी गई थी। इस दावे के बाद प्रशासन ने मूर्ति लगाने से इनकार कर दिया है। इससे आक्रोशित जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता अमित जोगी खुद धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा – “अब या तो मेरे पिता अजीत जोगी की प्रतिमा यहां लगेगी या फिर मेरी अर्थी उठेगी।”

घटनास्थल पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। स्थानीय कार्यकर्ताओं और नागरिकों का कहना है कि यह राजनीति से प्रेरित भेदभाव है और अगर ज़रूरत पड़ी तो वे जेल जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

सोमवार रात हुई चोरी के बाद जब प्रतिमा बरामद हुई, तब प्रशासन ने पुनःस्थापना का भरोसा दिलाया था, लेकिन मंगलवार सुबह अधिकारियों के सुर बदल गए। विवादित जमीन का हवाला देकर अधिकारियों ने कहा कि उन्हें यह नहीं बताया गया कि सोसाइटी ने वह जमीन खरीदी है या नहीं, जिस पर मूर्ति स्थापित थी।

इस पूरे घटनाक्रम से नाराज़ जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है।

इधर, अमित जोगी ने बताया कि उनकी माता और पूर्व विधायक रेणु जोगी ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से भी बातचीत की है और अब वे प्रशासन के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। अमित जोगी ने दोहराया कि यदि मूर्ति फिर से नहीं लगाई गई, तो पार्टी और कार्यकर्ता शांत नहीं बैठेंगे।