ज्यादा आम खाने से हो सकते हैं पिंपल्स और छाले, जानिए किन लोगों को बरतनी चाहिए सावधानी

By : hashtagu, Last Updated : May 27, 2025 | 1:25 pm

गर्मी का मौसम हो और आम (mangoes) का ज़िक्र न हो, ऐसा हो नहीं सकता। ‘फलों का राजा’ आम स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन C, मैग्नीशियम, पोटैशियम और फाइबर जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं। लेकिन कुछ लोगों के लिए यह फल स्किन प्रॉब्लम की वजह भी बन सकता है।

क्या आम खाने से पिंपल्स और छाले हो सकते हैं?
डाइटीशियन प्रिया पालीवाल (चीफ डाइटीशियन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली) के मुताबिक, ऐसा कोई सीधा वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है जो यह साबित करे कि आम खाने से पिंपल्स निकलते हैं। लेकिन कुछ कारण ऐसे जरूर हैं, जिनकी वजह से आम खाने के बाद कुछ लोगों को स्किन या मुंह से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

1. हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स
आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज़्यादा होता है। यानी इसे खाने से शरीर में शुगर तेजी से बढ़ती है, जिससे इंसुलिन का स्तर बढ़ता है। इससे स्किन में सीबम (तेल) का उत्पादन ज़्यादा होता है, जो स्किन पोर्स को ब्लॉक कर सकता है और पिंपल्स की वजह बन सकता है।

2. छिलके और रस से एलर्जी
आम का छिलका और उसका रस एक खास केमिकल (5-रेसोर्सिनॉल) बनाता है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। जब यह रस हाथ या चेहरे पर लगता है तो जलन और पिंपल्स हो सकते हैं। मुंह में जाने पर जलन और घाव (ulcers) की समस्या हो सकती है, जिसे स्टोमैटाइटिस कहा जाता है।

3. कैल्शियम कार्बाइड से पके आम
कुछ व्यापारी जल्दी पकाने के लिए आम में कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल करते हैं। यह केमिकल नमी से मिलकर एसिटिलीन गैस बनाता है, जो मुंह में जलन और छालों का कारण बनती है।

4. pH लेवल और विटामिन की कमी
आम का pH लेवल लगभग 4 होता है, यानी ये हल्के एसिडिक होते हैं। अधिकतर लोगों को इससे दिक्कत नहीं होती, लेकिन जिनके शरीर में विटामिन की कमी है, उन्हें आम खाने से मुंह में जलन या छाले हो सकते हैं।

किन लोगों को परहेज करना चाहिए?

  • जिनकी स्किन ऑयली है या जिन्हें बार-बार पिंपल्स होते हैं।

  • जिन्हें मुंह में छाले या एलर्जी की समस्या रहती है।

  • जो हॉर्मोनल इम्बैलेंस से जूझ रहे हैं।

  • जिनका डाइजेशन कमजोर है।

आम खाने के सही तरीके और सावधानियां

  • आम को अच्छी तरह धोकर, छिलका हटाकर ही खाएं।

  • कैल्शियम कार्बाइड से पके आम से बचें।

  • ठंडे पानी में आम को कुछ देर भिगोकर रखें, इससे उसका अतिरिक्त रस और गर्मी कम हो जाती है।

  • सीमित मात्रा में खाएं – दिन में 1-2 आम काफी हैं।

  • बहुत पके हुए या ज्यादा मीठे आम से परहेज करें, खासकर अगर आप डाइबिटिक हैं।