मुरिया दरबार में अमित शाह हुए शामिल, मांझी-चालकी से सीधा संवाद

By : dineshakula, Last Updated : October 4, 2025 | 8:51 pm

जगदलपुर : बस्तर दशहरा (Bastar Dasara) पर्व के अवसर पर जगदलपुर के सिरहासार भवन में आयोजित ऐतिहासिक मुरिया दरबार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शामिल हुए।

कार्यक्रम की शुरुआत मां दंतेश्वरी के चित्र पर दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद अमित शाह ने मांझी-चालकी से सीधा संवाद किया और बस्तर को माओवाद से मुक्त करने में सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि जो बच्चे माओवाद से जुड़ चुके हैं, उन्हें मुख्यधारा में लौटने और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करें।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि मार्च 2026 तक बस्तर को पूरी तरह नक्सलवाद से मुक्त कर दिया जाएगा। साथ ही यह भी कहा कि बस्तर के युवाओं को डॉक्टर, इंजीनियर, डिप्टी कलेक्टर और कलेक्टर बनना चाहिए, ताकि वे छत्तीसगढ़ की सेवा कर सकें।

अमित शाह ने बताया कि जहां-जहां नक्सलवाद खत्म हुआ है, वहां राज्य सरकार तेजी से विकास कार्य कर रही है और जनता को योजनाओं का सीधा लाभ मिल रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी मुरिया दरबार को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर दशहरा पर्व को और भव्य बनाया जाएगा। इसके लिए दी जाने वाली राशि 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की जा रही है। साथ ही जिया डेरा, माड़िया सराय जैसे परंपरागत स्थलों के विकास और निर्माण कार्य भी करवाए जा रहे हैं।

इस अवसर पर अमित शाह, विष्णु देव साय और अन्य अतिथियों का पारंपरिक पगड़ी और माला पहनाकर मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरिन और नाईक-पाईक द्वारा स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष महेश कश्यप, वन मंत्री केदार कश्यप, आदिवासी कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद भोजराज नाग, विधायक किरण देव, लता उसेण्डी, विनायक गोयल, चैतराम अटामी, नीलकंठ टेकाम, आशाराम नेताम, बस्तर राजपरिवार के सदस्य कमलचंद्र भंजदेव, बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष बलराम मांझी सहित अन्य पदाधिकारी एवं परंपरागत सदस्य उपस्थित रहे।