अमित शाह का बस्तर में कड़ा संदेश, बोले- पहले नक्सलियों को हिंसा छोड़नी होगी तभी होगी बातचीत

उन्होंने भरोसा दिलाया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बस्तर के विकास को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे। खासतौर पर उन्होंने ऐलान किया कि 31 मार्च 2026 तक भारत पूरी तरह से नक्सलवाद मुक्त हो जाएगा।

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  • Publish Date - October 4, 2025 / 04:42 PM IST

बस्तर: केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे। 4 अक्टूबर 2025 को बस्तर दशहरा समारोह के मौके पर आयोजित स्वदेशी मेले में उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने भारत माता और मां दंतेश्वरी की जय से की और प्रार्थना की कि माता दंतेश्वरी बस्तर को लाल आतंक यानी नक्सलवाद से मुक्त करने की शक्ति दें।

अमित शाह ने कहा कि बस्तर क्षेत्र का सबसे बड़ा विकासरोधक नक्सलवाद रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश के गांवों में बिजली, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएं पहुंच रही हैं, लेकिन बस्तर अब तक इनसे वंचित रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बस्तर के विकास को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे। खासतौर पर उन्होंने ऐलान किया कि 31 मार्च 2026 तक भारत पूरी तरह से नक्सलवाद मुक्त हो जाएगा।

शाह ने नक्सलियों और उनके समर्थकों को कड़ी चेतावनी दी कि कुछ लोग वार्ता की बात करते हैं, लेकिन जब तक नक्सली हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण नहीं करते, तब तक कोई बातचीत संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी शांति भंग करने की कोशिश करेगा, उसे सुरक्षा बल मिलकर जवाब देंगे।

उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में सबसे प्रभावी सरेंडर पॉलिसी लागू की गई है, जिसके तहत अब तक सैकड़ों लोग नक्सली संगठनों को छोड़कर मुख्यधारा में लौट आए हैं। अमित शाह ने घोषणा की कि जो भी गांव पूरी तरह नक्सल मुक्त होंगे, वहां विकास कार्यों के लिए एक करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।

अमित शाह ने स्वदेशी उत्पादों के उपयोग का भी जोरदार आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया है कि वे अपने घरों में स्वदेशी उत्पादों का ही उपयोग करें। यदि पूरे भारत के 140 करोड़ लोग स्वदेशी सोच अपनाएं, तो भारत को विश्व स्तर पर कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि वे विदेशी वस्तुएं बेचना बंद करें और ‘वोकल फॉर लोकल’ का संदेश आगे बढ़ाएं।

बस्तर जनसभा के दौरान अमित शाह ने मुरिया दरबार में शामिल होने का अनुभव भी साझा किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन बस्तर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है और वे दिल्ली जाकर भी लोगों को बताएंगे कि बस्तर की परंपराएं विश्व धरोहर के रूप में सम्मान पाने योग्य हैं।

अमित शाह ने अपने भाषण के अंत में कहा कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता बस्तर को नक्सलमुक्त, सुरक्षित और विकसित बनाना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि मार्च 2026 से पहले बस्तर के विकास और अधिकार को कोई नहीं रोक पाएगा। विकास और शांति ही बस्तर का भविष्य है।