रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) और बीजेपी एक-दूसरे पर कड़ी निगहबानी रख रही हैं। वे किसी भी मुद्दे को मुखरता के साथ उठा रहे हैं। अगर कहीं से कोई मामला बनता दिख रहा है तो वह सीधे चुनाव आयोग के पहुंच रहा है। अब प्रदेश की सियासत में तेल कंपनियों (Oil Companies) की इंट्री हो गई। क्योंकि कांग्रेस इनकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। इतना ही इनकी सबसे बड़ी जो वजह कांग्रेस ने बताई वह चौंकाने वाली है।
कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार के अधीन तीनों सरकारी तेल कंपनियां, गैस एजेंसियों के माध्यम से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत मुफ्त में नवीन गैस कनेक्शन प्रदान करने हेतु संपूर्ण चुनावी राज्यों में हितग्राहियों से रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरवा रही है। वहीं तीनों ऑयल कंपनियों गैस एजेंसियों को टारगेट दे कर दबावपूर्वक 31 तारीक से पूर्व पूरा करने बाध्य कर रही है।
गौरतलब है कि अभी देश के कुल 5 राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू है। अतः ऑयल कंपनियों का इस प्रकार प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के नाम से भाजपा का प्रचार प्रसार करना साफ तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। चुनाव के दरमियान प्रलोभन हेतु शुरू किये गये प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के नवीन रजिस्ट्रेशन को तत्काल प्रभाव से रोका जाना चाहिए, ताकि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता का परिपालन सुनिश्चित हो सकें।
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