बालोद का कलेक्टोरेट भवन ‘चमकेगा’ गोबर के पेंट से
By : madhukar dubey, Last Updated : February 28, 2023 | 10:51 am
राज्य में गोबर से प्राकृतिक पेंट के उत्पादन के नवाचार को बढ़ावा मिलने के साथ ही इस कार्य में जुटी महिला स्व-सहायता समूहों को लाभ मुहैया कराने के लिए गोबर के पेंट से सरकारी भवनों की पुताई कराई जाना है। मार्केट में मल्टीनेशनल कम्पनियों के केमिकल से बने पेंट एवं डिस्टेंपर की तुलना में प्राकृतिक पेंट सस्ता और इको फ्रेंडली है।
बालोद जिले में राज्य शासन के निदेर्शानुसार सभी शासकीय कार्यालयों, भवनों, स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों आदि की पोताई प्राकृतिक पेंट से की जा रही है। बालोद विकासखण्ड के आदर्श गौठान बरही में स्थापित प्राकृतिक पेंट इकाई से गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट एवं डिस्टेम्पर की खरीदी विभिन्न विभागों द्वारा करके विभाग के अधीन भवनों की पोताई की जा रही है। लोक निर्माण विभाग ने नवनिर्मित भवनों की पोताई के लिए अब तक सर्वाधिक एक लाख 62 हजार रुपये का प्राकृतिक पेंट एवं डिस्टेंपर खरीदा है।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. डी. के. शिवहरे ने बताया कि विकासखण्ड गुरूर के अंतर्गत ग्राम पंचायत सोरर में 180 लीटर प्राकृतिक पेंट की खरीदी की गई है। गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम पंचायत परसतराई में 28 लीटर प्राकृतिक पेंट की खरीदी की गई है। इसके अलावा अन्य विभागांे के द्वारा भी लगातार अपने विभागीय कार्यालयों एवं भवनों की पोताई हेतु प्राकृतिक पेंट और डिस्टेम्पर की खरीदी की जा रही है। जिले में विभागों द्वारा अब तक 25 हजार लीटर प्राकृतिक पेंट की मांग की गई है।
बालोद विकासखण्ड के गौठान बरही में गोबर से वर्तमान में सफेद, पीला, हरा, गुलाबी रंग के पेंट का उत्पादन के साथ ही विशेष ऑर्डर पर अन्य रंग के पेंट का भी उत्पादन किया जा रहा है।