बस्तर स्टोरी : तेलंगाना नहीं अब छग की बिजली से रोशन होंगे किस्टाराम के 29 गांव

छत्तीसगढ़ बिजली आपूर्ति के मामले में आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ रहा है। इसके लिए राज्य सरकार और विद्युत कंपनी ने सराहनीय कदम उठाए हैं।

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  • Updated On - January 8, 2025 / 07:52 PM IST

  • 2025 तक बस्तर के सभी गांव में बिजली विस्तार का दावा

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ बिजली आपूर्ति के मामले में आत्मनिर्भरता(Chhattisgarh self-sufficiency in power supply) की दिशा में बढ़ रहा है। इसके लिए राज्य सरकार और विद्युत कंपनी ने सराहनीय कदम उठाए हैं। किस्टाराम के 29 गांवों में तेलंगाना से बिजली की आपूर्ति को बंद कर छत्तीसगढ़ की अपनी बिजली पहुंचाई(Chhattisgarh’s own electricity delivered) जा रही है। इससे राज्य की एक करोड़ रुपए की बचत होगी।

सीएसईबी (छत्तीसगढ़ स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड) के अधिकारी सहदेव ठाकुर ने कहा है कि तेलंगाना से बिजली की आपूर्ति को पूरी तरह से रोककर सभी इलाकों में छत्तीसगढ़ की बिजली पहुंचाई जाएगी. उनका दावा है कि 2025 तक बस्तर के सभी गांवों में बिजली का विस्तार कर दिया जाएगा. यह कदम न केवल राज्य की वित्तीय स्थिति को मजबूत करेगा बल्कि बस्तर के ग्रामीण इलाकों में विकास को भी प्रोत्साहित करेगा। दरअसल, सुकमा, बीजापुर, किस्टाराम और मरईगुड़ा जैसे क्षेत्रों में पहले तेलंगाना से बिजली आपूर्ति की जाती थी। इसके लिए छत्तीसगढ़ को हर साल करीब 1.75 करोड़ रुपए का भुगतान करना पड़ता था। निर्भरता कम होने से छत्तीसगढ़ की 1 करोड़ रुपए की बचत होगी। हालांकि मरईगुड़ा के 15 गांवों में अभी भी तेलंगाना की बिजली उपयोग हो रही है।

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