नक्सल ऑपरेशन पर प्रेसवार्ता से पूर्व माओवादी संगठन की ये बड़ी अपील की?
By : hashtagu, Last Updated : May 14, 2025 | 5:26 pm
-सरकार तैयार है या नहीं, अपनी स्थिति स्पष्ट करें:अभय
-कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर मारे गए 26 नक्सली
जगदलपुर। बीजापुर में चलाए गए एंटी नक्शन ऑपरेशन(Anti Nuction Operation) पर सीआरपीएफ के डीजी व डीजीपी छत्तीसगढ़ के पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले माओवादियों ने प्रेस नोट(press note) जारी कर सरकार से फिर शांतिवार्ता की अपील की है। माओवादी संगठन के केंद्रीय कमेटी प्रवक्ता अभय ने कहा है कि शांति वार्ता के लिए केंद्र की मोदी सरकार तैयार हैं या नहीं, अपनी स्थिति स्पष्ट करे। विदित हो कि माओवादी संगठन ने 5वीं बार शांतिवार्ता की अपील की है।
माओवदी संगठन के केंद्रीय प्रवक्ता अभय ने कहा है कि शांति वार्ता के मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया आनी चाहिए. उनकी प्रतिक्रिया से ही स्पष्टता आएगी। उन्होंने कहा है कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ी पर 26 माओवादी मारे गए हैं। माओवादी संगठन शांति वार्ता के लिए तैयार है। माओवादी संगठन हथियार छोड़कर मुख्यधारा में आने की बात करेंगे, लेकिन माओवादियों के इलाके को 7 लाख से अधिक जवानों के घेरे रहने के कारण संगठन की बैठक करने में असमर्थ रहे।
केंद्र व छत्तीसगढ़ सरकार की प्रतिक्रिया पर जताई चिंता
प्रवक्ता अभय ने प्रेस नोट में कहा है कि इससे पहले 25 अप्रैल को माओवादी संगठन ने केंद्र व राज्य सरकारों से यह अपील किया था कि जन समस्याओं का स्थायी समाधान के लिए समय सीमा के साथ युद्ध विराम की घोषणा कर शांति वार्ता करें। इस पर तेलंगाना राज्य सरकार की ओर से तुरंत सकारात्मक प्रतिक्रिया देना सराहनीय है, लेकिन केंद्र व छत्तीसगढ़ सरकार से जो प्रतिक्रिया आई वह चिंताजनक है। केंद्रीय गृहमंत्रालय के राज्य मंत्री बंडि संजय और छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री व राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ने यह घोषणा की थी कि युद्ध विराम करने का सवाल ही नहीं उठता और हथियार छोडऩे के बगैर माओवादियों से शांति वार्ता करना संभव नहीं है। विजय शर्मा ने बार-बार यह घोषणा की है कि बिना शर्त शांति वार्ता करने के लिए सरकार तैयार है, पर अब इसके विपरीत युद्ध विराम करने के बगैर ही माओवादियों को हथियार छोडऩे का शर्त लगाए हैं।
यह भी पढ़ें : CG CABINET MEETING : विकसित छत्तीसगढ़ बनाने कई क्रांतिकारी कदम, शिक्षा की चमक तो उद्योग और रोजगार की दमक



