भारतमाला परियोजना : अधिग्रहित जमीन की कम कीमत पर बिफरे किसान, ये है पूरी गड़बड़झाले की कहानी

प्रस्तावित रायपुर - विशाखापट्टनम इकोनॉमिक कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित जमीन के एवज में दी गई मुआवजा राशि को लेकर आरंग विकासखंड के किसानों

  • Written By:
  • Publish Date - March 5, 2025 / 07:44 PM IST

  • दुर्ग और राजनांदगांव के किसानों को 4 गुना मुआवजा मिला
  • प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए निर्माण पर जताया विरोध

आरंग। प्रस्तावित रायपुर – विशाखापट्टनम इकोनॉमिक कॉरिडोर(Economic corridor) के लिए अधिग्रहित जमीन के एवज में दी गई मुआवजा राशि को लेकर(Regarding compensation amount)आरंग विकासखंड के किसानों में असंतोष है। प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगा रहे किसानों का कहना है कि इस बड़े प्रोजेक्ट में दुर्ग और राजनांदगांव के किसानों को 4 गुना मुआवजा मिला है, जबकि यहां ऐसा नहीं है।

प्रशासन पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने निर्माण स्थल पर विरोध जताने पहुंचे। स्थिति को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। मामला आरंग विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम गोइंदा का है, जहां कम मुआवजे मिलने से नाराज किसान भारतमाला परियोजना में हो रहे निर्माण कार्य का विरोध जताने पहुंच गए।

मौके पर पहुंची आरंग तहसीलदार सीता शुक्ला, थाना प्रभारी राजेश सिंह और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने किसानों को समझाइश दी। इसके बाद किसान अपनी बात उच्चाधिकारियों से समक्ष रखने के लिए रायपुर रवाना हो गए। इधर किसानों के विरोध को देखते हुए पुलिस बल की मौजूदगी में खेतों का समतलीकरण किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें: विधानसभा सत्र : अजय चंद्राकर हुए स्वास्थ्य मंत्री पर फायर ? कहा- सिकलसेल के इलाज के लिए क्यों नहीं बना पाए व्यवस्था