इतिहास बना भोंगापाल: पहली बार पहुंचे सीएम, 100 करोड़ की सौगात और नक्सलियों को दो टूक संदेश

By : dineshakula, Last Updated : June 2, 2025 | 9:28 am

भोंगापाल, जिला कोंडागांव:  छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने संवेदनशील माने जाने वाले भोंगापाल की धरती पर कदम रखा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह रविवार को यहां आयोजित बुद्ध महोत्सव में शामिल हुए और मौके पर विकास की सौगातों की झड़ी लगा दी।

भोंगापाल में सीएम साय और डॉ. रमन सिंह का पारंपरिक मांदरी नृत्य से स्वागत हुआ। इसके बाद सभी जनप्रतिनिधियों ने 6वीं शताब्दी की भगवान गौतम बुद्ध की प्राचीन प्रतिमा के दर्शन किए और 10 मिनट ध्यान साधना कर प्रदेश की समृद्धि की कामना की।

मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक दौरे के दौरान कोंडागांव जिले को 94 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने घोषणा की कि भोंगापाल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसके लिए 1 करोड़ रुपए, बुद्ध महोत्सव आयोजन हेतु 25 लाख रुपए और सांस्कृतिक दलों के प्रोत्साहन हेतु 1 करोड़ रुपए स्वीकृत किए जाएंगे।

सीएम ने पलना और परोदा नदी पर उच्चस्तरीय पुलों के निर्माण की मंजूरी भी मौके पर दी।

इस ऐतिहासिक यात्रा का भावनात्मक पक्ष भी रहा, जहां मुख्यमंत्री ने मंच से कहा, “भोंगापाल की जनता का आत्मीय स्वागत मेरे जीवन का एक विशेष अनुभव है। आज मुझे भगवान बुद्ध की प्रतिमा का साक्षात्कार कर जो शांति मिली, वह अविस्मरणीय है।”

लेकिन इस शांति संदेश के बीच मुख्यमंत्री ने नक्सलवाद पर सख्त लहजे में बयान देते हुए कहा कि अब ये विचारधारा अपनी “अंतिम सांसें” गिन रही है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार और केंद्र की दृढ़ इच्छाशक्ति से यह तय हो चुका है कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद छत्तीसगढ़ से समाप्त कर दिया जाएगा।”

सीएम साय के इस दौरे और घोषणाओं ने न सिर्फ भोंगापाल के लिए एक नया युग शुरू किया है, बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए एक साफ संदेश भी दिया है—अब विकास की राह रुकने वाली नहीं।