रायपुर। (union budget) केंद्रीय बजट को लेकर अभी कांग्रेस और बीजेपी में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री (Bhupesh) भूपेश बघेल बजट प्रावधानों और नीतियों पर लगातार हमलावर हैं। शनिवार को उन्होंने मनरेगा-महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के बजट में कटौती पर तीखी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री ने इस कटौती को भाजपा का मजदूर विरोधी चरित्र बताया। उनका कहना था, भाजपा गरीबों का निवाला छीनकर पूंजीपतियों को देती है।
‘अमृत बजट’ को समझने के लिए कुछ तथ्य आपके साथ साझा कर रहा हूँ।
यह केन्द्रीय बजट 2023-24 किसान, मजदूर, निम्न वर्ग, मध्यम वर्ग के लिए सिर्फ़ निराशा का एक और बूस्टर डोज है। pic.twitter.com/NefDXViirW
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 3, 2023
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार दोपहर अपने सोशल मीडिया एकाउंट से एक पोस्ट डाली। लिखा – जब कोरोना के रूप में मानवता पर बड़ा संकट आया तब मनरेगा जैसी योजना मज़दूरों का संबल बनी, उनकी रीढ़ बनी। इस बार मनरेगा का बजट 89, 400 करोड़ रुपए से घटाकर 60, 000 करोड़ रुपया कर दिया गया।
यह भाजपा का मज़दूर विरोधी चरित्र है, जो गरीबों के मुंह से निवाला छीनकर पूंजीपतियों को देते हैं। एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने केंद्रीय बजट को अमृतकाल का मृत बजट बताया था। उन्होंने लिखा- अमृत बजट को समझने के लिए कुछ तथ्य आपके साथ साझा कर रहा हूं। यह केंद्रीय बजट 2023-24 किसान, मजदूर, निम्न वर्ग के लिए सिर्फ निराशा का एक और बूस्टर डोज है।