भूपेश ने दागे राज्यपाल पर सवाल, बोले, न साइन कर रही न ही वापस

By : madhukar dubey, Last Updated : December 20, 2022 | 4:27 pm

छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री (Bhupesh) भूपेश बघेल ने राज्यपाल पर सवाल दागे। उन्होंने कहा, वे न तो आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर कर रहीं और न ही वापस। उन्होंने कहा कि आरक्षण (Reservation) को लेकर भाजपा और राजभवन के बीच राजनीति चल रही है, जो छत्तीसगढ़ के साथ छलावा है। छत्तीसगढ़ के अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग के हित में नहीं है। भाजपा नेताओं ने पहले आरक्षण मुद्दे पर मार्च पास्ट किया। लेकिन अब चुप क्यों हैं। राज्यपाल को अधिकार नहीं है फिर भी वो पत्र लिख रही है और जो काम करना चाहिए वह नहीं कर रही है।

बिलासपुर जिले के बिल्हा में गुरु घासीदास जयंती समारोह में आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सैकड़ों-हजारों पद स्वीकृत है और भर्तियां होनी है। लेकिन राज्यपाल बिल को लेकर बैठीं हैं। न तो वे बिल को वापस कर रही हैं और न ही हस्ताक्षर कर रही हैं। यह छत्तीसगढ़ के अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग के बहुत नुकसानदायक है।

सीएम बोले, राज्यपाल को पत्र लिखने का अधिकार नहीं

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्यपाल को जो अधिकार नहीं है वह काम कर रही हैं और पत्र लिख रही हैं। लेकिन, उन्हें जो काम करना है वो नहीं कर रही हैं। राज्यपाल बिल में हस्ताक्षर कर तत्काल वापस हमारे पास भेजे। ताकि, आरक्षण बिल लागू हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा अनुसूचित जाति को जनसंख्या के अनुरूप दिया गया है आरक्षण।

इस समारोह में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि विधानसभा में पारित नए विधेयक में अनुसूचित जाति वर्ग को उनकी जनसंख्या के अनुरूप १३ प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। वर्ष २०११ की जनसंख्या में राज्य में १२.८२ प्रतिशत अनुसूचित जातियों की जनसंख्या रिकॉर्ड की गई है। यदि २०२१ की जनगणना हो जाए और आंकड़े आएंगे तो उनकी जितनी जनसंख्या होगी, उनके अनुरूप आरक्षण प्रतिशत में सुधार किया जाएगा।