छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री (Bhupesh) भूपेश बघेल के भगवा रंग के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। भूपेश ने कहा था, भगवा रंग त्याग का प्रतीक है तो क्या आज उसे बजरंगी गुंडे पहन रहे हैं। बताएं कि उन्होंने क्या त्याग किया है। उन्होंने कहा था, ये विवाद का मुद्दा ही नहीं है। भाजपा (BJP) के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। इसलिए जो जनता और समाज के मुद्दे नहीं हैं, उसे सामने लाकर वो ध्रुवीकरण कर रही है। कोई व्यक्ति किसी भी रंग का कपड़ा पहन लेता है तो उससे कुछ हो नहीं जाता है। कार्यक्रम में कुछ लोग काले कपड़े पहन कर आए हैं तो क्या वो मुख्यमंत्री का विरोध करने आए हैं। कोई नीला कपड़ा पहना है तो क्या वे अंबेडकराइड हो गया है।
बघेल ने कहा कि साधु संत भगवा रंग का वस्त्र धारण करते हैं। भगवा रंग ज्वाला या अग्नि का प्रतीक है। ये बजरंगी गुंडे भगवा रंग का गमछा पहनकर निकल रहे हैं। वो तो वसूली करने के लिए भगवा रंग पहन रहे हैं। रंग की ही बात है तो भाजपा बताए कि आज उनके सांसद और विधायक जो हीरो हैं वो हिरोइनों के साथ डांस कर रहे हैं। अलग-अलग रंग का कपड़ा पहन रहे हैं। उनके बारे में उनकी क्या सोच है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान का पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि भगवा रंग को लेकर भूपेश बघेल का अध्ययन कम है। अगर बजरंगी उनकी नजर में गुंडे हैं तो क्या एनएसयूआई राष्ट्र भक्त है। पूर्व कैबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन अजय चंद्राकर इन दिनों दुर्ग जिले के दौरे पर हैं। वो कांग्रेस भगाव छत्तीसगढ़ बचाव कार्यक्रम के तहत सोमवार को भिलाई पहुंचे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा भगवा रंग को लेकर दिए बयान का कटाक्ष किया।
उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी कुछ भी बोलते हैं। उनके बोलने से हमारे विचार और आंदोलन में कोई फर्क नहीं पड़ता है। केसरिया के बारे में उनका अध्ययन नहीं है। अजय चंद्राकर ने कहा भगवा रंग जो लोग धारण करते हैं वो राष्ट्र की संस्कृति को प्रेम करते हैं। जो कांग्रेस के लोग हैं, वो त्याग और बलिदान की संस्कृति को नहीं समझते हैं। उनकी नजर में त्याग और बलिदान का एक ही अर्थ है। उनकी नजर में नेहरू खानदान या गांधी परिवार की चरण भक्ती और चरण सेवा करके शरणागत रहना बराबर भारत माता है। ऐसे लोगों से इससे बड़ी टिप्पणी की अपेक्षा नहीं की जा सकती।