छत्तीसगढ़। (Congress) कांग्रेस-बीजेपी अब चुनावी साल में पूरे एक्शन मोड में आ चुकी है। बात चाहे जनता के मुद्दों की हो या पार्टी के अंदरखाने। मौका मिलने पर दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आक्रामक ढंग से हमला बोलने से नहीं चूक रही है। नजीर के तौर जो आज सामने आ गया। रमन ने कांग्रेस पार्टी के विधायकों पर चुनाव नहीं लड़ने और पार्टी छोड़ने का शिगूफा छोड़ा दिया। जिसके जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रमन सिंह (Bhupesh Baghel) को लेकर खरीखोटी सुनाने में थोड़ी भी देर नहीं की। इन दोनों दिग्गजों की सियासी जुगलबंदी पूरे दिन चर्चा में रही। उसके मायने भी लोग अपने-अपने तरह से लगाते रहे। बहरहाल, आइये जानते हैं, आज इन दोनों नेताओं ने क्या-क्या कहा। जिसे लेकर सियासी हलकों में हलचल मची हुई है।
सिंह ने कह दिया कि भूपेश बघेल कांग्रेस की चिंता करें, विधायक चुनाव लड़ने से भाग रहे हैं। रमन सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस के एक नहीं दो नहीं पांच पांच विधायकों ने कह दिया है कि अब हम चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं है।
डाक्टर रमन का आशय टीएस सिंहदेव सहित कुछ विधायकों के उस बयान से था, कि अब उनकी इच्छा चुनाव लड़ने की नहीं है। रमन सिंह ने कहा कि सरकार में जो स्थिति कांग्रेस की है कि विधायक जो सत्तारूढ़ पार्टी के हैं, उनकी हिम्मत चुनाव लड़ने की नहीं है। मैदान में जाने की स्थिति नहीं है तो अपनी पार्टी की चिंता करनी चाहिए बीजेपी की चिंता करने वाले बहुत हैं।
अब इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह सरकार बनाने के लिए चोरी डकैती नहीं कर पाए। विधायकों को तोड़ नहीं पाए तो इस प्रकार की बात कह रहे हैं और फिर रमन सिंह अपनी टिकट की चिंता करें। भाजपा की इससे पहले प्रभारी रहीं पुरंदेश्वरी देवी कह चुकी हैं कि रमन सिंह अगले चुनाव में चेहरा नहीं है। भूपेश बघेल ने आगे कहा कि केंद्रीय नेतृत्व डॉ.रमन पर विश्वास नहीं कर रहा है।
दूसरा मुझे जानकारी मिली है कि सारे विधायकों को कह दिया गया है, जो 14 बचे हैं उनकी टिकट तय नहीं है। तो अपनी टिकट की चिंता करें रमन सिंह। मुख्यमंत्री रहते हुए अपने बेटे को लोकसभा की टिकट नहीं दिला पाए, हमारी चिंता क्यों कर रहे हैं। अपनी चिंता करें अपने पार्टी की चिंता करें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बातें कांकेर रवाना होने से पहले रायपुर में कहीं। इसके बाद अपने तय कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री रवाना हो गए।