भूपेश बोले, ‘अडानी’ के मित्रों को सोना ही दिखता है, देखें VIDEO

By : madhukar dubey, Last Updated : February 27, 2023 | 4:55 pm

छत्तीसगढ़। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन (national convention) में भूपेश बघेल ने आने वाले नेताओं को स्वागत में माला पहनाई। इसकी विडियो भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने अपने ट्विटर एकाउंट पर पोस्ट किया था।

इसके बाद जिसे सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई, ये माला सोने की है। भाजपा समर्थित फेसबुक पेज,और ग्रुप्स में दावा किया गया कि ये मालाएं सोने की हैं।

कई अलग-अलग जगहों पर एक जैसे मैसेज कॉपी-पेस्ट होने लगा। इसके बाद इस दावे का सच खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया। सोने की माला की अफवाह फैली तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा- भाजपा की दिक्कत यही है कि वह न छत्तीसगढ़ को समझती है, और न उसकी परंपराओं को। मुहावरा है कि ‘सावन के अंधे को हरा ही हरा दिखता है’ ठीक वैसे ही ‘अडानी के मित्रों को सोना ही सोना दिखता है’।

भूपेश बघेल ने वीडियो जारी करके इस माला को बनाने की पूरी प्रोसेस को दिखाएं। दरअसल ये घास से बनी माला थीं। जिसे सोने की माला बता दिया गया था। मुख्यमंत्री ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा – झूठ बोलो, बार-बार झूठ बोलो, जितना जोर से बोल सकते हो, उतना बोलो। इस सूत्र पर चलने वाले इस अनमोल तोहफे का भी अपमान कर रहे हैं, साथ ही प्रकृति पुत्रों/पुत्रियों की कला और छत्तीसगढ़ की संस्कृति का भी। आखिर छत्तीसगढ़ के लोगों और यहां की संस्कृति से भाजपा को इतनी नफरत क्यों है?

सीएम के मीडिया सलाहकार रुचिर गर्ग आए आगे

रुचिर गर्ग ने सोशल मीडिया पर लिखा – हां ये हार सोने के हैं। उससे भी अनमोल हैं। अफवाह फैलाने वाले आईटी सेल से पता चला कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस महाधिवेशन में आए अतिथियों का स्वागत सोने के हार से किया। करीब 200 की संख्या में ये बेशकीमती हार आए थे।

बैगा आदिवासी घास-फूस से जिस माला को बनाते हैं, उसे बीजेपी के आईटी सेल ने सोने की माला बना दी। अफवाह भी फैला दी। हार की चमक देखते ही सोशल मीडिया पर आईटी सेल सक्रिय हो गया। अच्छा ये हुआ कि इसी बहाने बैगाओं की मेहनत की चमक सोशल मीडिया पर छा गई। हां इस चमक में सोने से कीमती पसीना है।