रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित NSUI की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए। यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भूपेश बघेल ने कहा, पहले परिस्थितियां अलग थी और आज बदल गई है। आज हम सत्ता में हैं, बड़ी चुनौतियां हमारे सामने हैं, हम सरकार तो बना लेते हैं लेकिन उसे रिपीट नहीं कर पाते।
भूपेश बघेल ने कहा, अभी चुनौती सरकार को रिपीट करने की है। उन्होंने NSUI के पदाधिकारियों से कहा, भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाने या किसी को विधायक बनाने का उद्देश्य नहीं है। बल्कि पुरखों का सपना पूरा करना है। हमारे राष्ट्रीय नेताओं ने जो लक्ष्य दिया है,उसे पूरा करना है।
भूपेश बघेल ने कहा, मुझसे पहले 2013 में नंदकुमार पटेल प्रदेश अध्यक्ष बने थे। उन्होंने परिवर्तन यात्रा निकाली। प्रदेश के किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं और आदिवासियों के लिए ये परिवर्तन यात्रा थी। कांग्रेस सरकार के साढ़े चार साल में ये परिवर्तन हुआ है। किसानों, मजदूरों, छात्र-छात्राओं के जीवन में परिवर्तन आया है। और गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का जो नारा लेकर चले थे उस पर हम बहुत आगे निकल गए हैंं।
छत्तीसगढ़ पीएससी को लेकर बीजेपी के आरोपों पर कहा, पहली बार ऐसा हो रहा है, जिन्होंने परीक्षा दी है वे शिकायत देने वाले नहीं बल्कि बीजेपी के नेता शिकायत कर रहे हैं। गड़बड़ी हुई है। तो उसकी शिकायत कीजिए लेकिन आज तक कोई शिकायत दर्ज नहीं करा पाए। ये भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। बीजेपी और भाजयुमो वाले कर रहे हैं कि नेताओं और अधिकारियों के बच्चे सिलेक्ट हो रहे हैं। नेता और अधिकारी का बेटा-बेटी होना गुनाह नहीं है। बल्कि गलत तरीके से पास होना होना गुनाह है।
बीजेपी के बड़े नेताओं के चक्कर में मत पड़िए, पढ़ाई कीजिए। परीक्षा दीजिए और पास होकर नौकरी पाइए। उन्होंने कहा कि इन नेताओं को छत्तीसगढ़ में कुछ मिल नहीं रहा है। इनके साथ न मजदूर हैं, न किसान और अब तो भगवान राम और बजरंग बली भी नहीं रहे। धर्म के नाम पर वोट मांगने पर कर्नाटक में बजरंग बली ने ऐसा गदा मारा कि चारों खाने चित हो गए।
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