भूपेश बोले, रमन खुद की ‘नाकामी’ छिपा रहे!, आरक्षण पर सुनाई ‘खरीखरी’
By : hashtagu, Last Updated : May 2, 2023 | 9:50 pm
डॉ रमन ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को भाजपा की कामयाबी बताया था
डॉ रमन ने आरक्षण के मसले पर कहा था कि 2012 में भाजपा की सरकार ने प्रदेश में जनसंख्या के आधार पर जो 58% आरक्षण देने का फैसला किया था उसे जारी रखने का अंतरिम आदेश देकर कल माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भाजपा सरकार की नीति को सही माना है। दाऊ ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर युवाओं का बहुत समय बर्बाद किया है। भाजपा सरकार ने पहले ही बहुत गंभीरता से विचार कर 58% आरक्षण लागू किया था और आज माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर मुहर लगाकर युवा साथियों के लिए भर्ती के रास्ते खोल दिए हैं। इस 58% आरक्षण में बाधक बनने वाली कांग्रेस सरकार की सच्चाई। अब युवाओं के सामने है।
शरद पावर के इस्तीफे पर बोले – CM
मंगलवार को NCP प्रमुख पद से महाराष्ट्र के नेता शरद पवार ने इस्तीफा दे दिया। इसपर बघेल ने कहा, बहुत ही वरिष्ठ राजनेता हैं। मुख्यमंत्री रहे, केंद्रीय मंत्री रहे उनके समकालीन कम ही राजनेता देश में बाकी है, जो राजनीति में सक्रिय हैं। वह अभी भी राजनीति में सक्रिय हैं। किन कारणों से इस्तीफा दिया, इसकी वजह से मुझे जानकारी नहीं है।
पिछले सरकार में 5 हजार मिलता था हम 10 दे रहे
आंगनबाड़ी आभार सम्मेलन को लेकर सीएम बघेल ने कहा, पिछले सरकार में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को केवल 5000 रुपए मिलता था, वह अब 10,000 हो गया है। जो मिनी आंगनबाड़ी हैं उन्हें 7 हजार 500 हो गया, मितानिनों को अब 2200 रुपए हर महीने मिलेगा। इससे हमारे स्वास्थ्य के क्षेत्र में शिक्षा और कुपोषण के खिलाफ अभियान में सहयोग मिलेगा। ये राशि परिवार चलाने में सहायक होती है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता,सहायिका और मितानिनों ने जताया आभार
सरकार का महिलाओं ने आभार जताया। साइंस कॉलेज मैदान में आभार उत्सव में इन बहनों ने नृत्य के जरिए जमकर अपनी खुशी व्यक्त की। खुशी से थिरकते इन बहनों ने कहा मान बढ़ाया आपने आपका आभार, छत्तीसगढ़ सरकार भरोसे की सरकार। अब सेवानिवृत्त होने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 50 हजार रुपए तथा सहायिका को 25 हजार रुपए की राशि मिलेगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय की राशि 6500 रुपये बढ़ाकर 10 हजार रुपये, आंगनबाड़ी सहायिकाओं का मानदेय 3250 से बढ़ाकर 5 हजार रुपये और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 4500 से बढ़ाकर 7500 रुपये प्रति माह करने की घोषणा सरकार ने की थी। प्रदेश भर में संचालित 46 हजार 660 आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यरत बहनें लाभांवित होंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए मितानिन बहनों के योगदान देखते हुए को राज्य मद से 2,200 रूपए प्रतिमाह देने की घोषणा की गई है।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)