छत्तीसगढ़। ED की प्रदेश में लगातार चल रही छापेमारी और भ्रष्टाचार की जांच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने ईडी के अधिकार क्षेत्र और संवैधानिक नियमों को लेकर सवाल खड़े किए। कहा, ईडी उसी को संज्ञान में लेकर एसीबी इसमें कार्रवाई करेगी। इस मामले में हम विधि विशेषज्ञों से रायशुमारी ले रहे हैं। इस्ट्राशन और भ्रष्टाचार जैसे शेड्यूल अफेयर जैसे जांच ईडी के क्षेत्राधिकार में नहीं आता है। पीएमएलए के तहत किसी अपराध से कमाई उनकी संपत्ति को जब्त करना राजसात करना, दोषियों को सजा दिलाना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता। मेरे राज्य में ईडी के अधिकारी पुलिस की तरह मूल अपराध में विवेचना कर रहे है। ईडी का यह कार्य संघीय ढांचे के विपरित है। ईडी द्वारा की जा रही समस्त कार्रवाई को लेकर विविध वेत्ताओं से सलाह मशविरा कर रहे हैं। शीघ्र ही इसके खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे।
कहा, अभी तक के हमलोगों की तरफ से ईडी को भाजपा का एजेंट बताना अब सही साबित हो गया है। वह लोग मेरा भी नाम जोड़ना चाह रहे है। जिस तरह से लोगों को डरा धमकाकर अब मेरा भी नाम जोड़ना चाह रहे हैं। इनका मूल उद्देश्य है कि सरकार को बदनाम करना है। यह बीजेपी और ईडी का षडयंत्र है। दूसरी बात है कि ईडी मीडिया ट्रायल के तहत प्रेस विज्ञप्ति जारी कर रही है। जिसमें यह बताया जा रहा है कि उसमें यह कहा जा रहा है कि डिस्टलर बिना एक्साइज ड्यूटी पटाए शराब बेच रहे हैं। तो वह अपराधी बनेंगे या गवाह बनेंगे। उन पर भी क्यों नहीं कार्रवाई कर रहे हैं। इसका मतलब है कि डिस्टलर और ईडी के बीच सांठगाठ हो गया है। जो स्वीकार कर चुके हैं, बिना एक्साइज ड्यूटी पटाए शराब बेचा है तो उनको ईडी क्यों नहीं गिरफ्तार कर रही है।
वहीं पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा, भेंट मुलाकात में भारी उत्साह दिख रहा है। अब बटांकन सहित अन्य सभी समस्याएं नहीं आ रही हैं।
उन्होंने कहा कर्नाटक में तो पहले से ही पता था कि वहां कांग्रेस की सरकार आ रही है। वहां 40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार वहां जा रही है।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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