भूपेश का बड़ा आरोप, बोले, ED लोगों को पीट रही, जानें, वजह

By : madhukar dubey, Last Updated : December 27, 2022 | 4:42 pm

छत्तीसगढ़। मुख्यमंत्री (Bhupesh Baghel) भूपेश बघेल ने ED पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आरोप सिद्ध करने के लिए ईडी लोगों को पीट रही है। वे दुर्ग रवाना होने से पहले हेलीपैड पर सीएम ने यह बातें कही। उन्होंने कहा, ईडी के अफसर यहां लोगों के थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर टॉर्चर कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- भाजपा खुद कुछ कर नहीं पाई तो ED को ले आई। वो अब लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं, हम तो कहते हैं जो भ्रष्ट है उस पर कार्रवाई करो । मगर मारपीट क्यों कर रहे हो, मार- मार के हां बोलने को कह रहे हैं। जबरन हस्ताक्षर करने को कह रहे हैं, प्रताड़ित कर रहे हैं । एक उद्योगपति को इतना मारा कि वो अभी भी अस्पताल में हे। कितने लोग हैं जिनके हाथ-पैर में चोट आई । ये थर्ड डिग्री टॉचर्र कर रहे है हैं। इसका मतलब यही है कि आप जबरदस्ती से भ्रष्टाचार सिध्द करना चाह रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा- जो गलत है हम तो शुरू से बोल रहे हैं कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई करो, लेकिन किसी को टारगेट करके फंसाने के लिए आप मारपीट करोगे ? दहशत में लाओगे ये तो उचित नहीं है । लगातार ये कार्रवाई हो रही है। इसका मतलब है कि भाजपा सीधे नहीं लड़ पा रही तो कैसे बदनाम किया जाए इस वजह से ये हो रहा है, बस भ्रष्ट है – भ्रष्ट है कह रहे हैं, ये उसी सिद्धांत को मानते हैं कि एक झूठ को १०० बार बोले तो सच महसूस होने लगता है।

हमने डेढ़ लाख करोड़ जनता को दिया

मुख्यमंत्री ने कहा – सरकार में हमें ४ साल हुए हैं, इन ४ सालों में डेढ़ लाख करोड़ रुपए आम जनता के खाते में गया है। सरकार बटन दबाती है उधर रुपए मजदूर, किसान, लघु वनोपज संग्राहक के पास चला जाता है। इसमें क्या भ्रष्टाचार हुआ। ये पैसा भाजपा के काल में भी मिल सकता था। नहीं मिला, तब ये भ्रष्टचार में गया। एक ही पुल को तोड़कर बना रहे थे। सड़क उखाड़ रहे बना रहे थे। सब भ्रष्टाचार में गया।

एकात्म परिसर में बैठते हैं विधिक सलाहकार

आरक्षण के मसले पर भूपेश बघेल ने कहा- रमन सिंह जैसे नेता १५ साल सीएम रहे, वो कह रहे हैं कि आरक्षण विधेयक मुख्यमंत्री की इच्छा से हुआ। ये विधानसभा से पारित हुआ है, सीएम का बिल नहीं है। विधानसभा में विधेयक को सर्वसम्मति से पास करने में भाजपा के लोग भी थे, भाषण भी दिए। मगर अब तक किसी भाजपा नेता ने राज्यपाल से ये नहीं कहा कि हस्ताक्षर करें। राजभवन के विधिक सलाहकार एकात्म परिसर में बैठते हैं, राज्यपाल भाजपा के नेताओं के चलते हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं।