छत्तीसगढ़। (B J P) भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने सवालों के घेरे में लिया है। इसके पीछे कारण है, बीजेपी इस बार छत्तीसगढ़ में डबल इंजन के सरकार के नारे को बुलंद करने जा रही है। हाल के दिनों में भाजपा के शीर्ष रणनीतिकार व गृहमंत्री अमित शाह यहां छत्तीसगढ़ आए थे। उन्होंने इस बात जोर दिया था कि यहां डबल इंजन की सरकार होगी तो विकास में तेजी आएगी।
बहरहाल, अब उनके इस बयान के बाद कांग्रेस पूरी तरह से आक्रामक हो गई है। ऐसे में जब भी मौका कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को मिल रहा है तो वे डबल इंजन वाली सरकार के ख्याली पुलाव की खिल्ली उड़ाने से बाज नहीं आते। कुछ इसी अंदाज में राहुल की भारत जोड़ो यात्रा के समापन के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अपने ट्विटर एकाउंट पर वार छेड़ दिए हैं। उन्होंने बीजेपी के डबल इंजन सरकार को तंज कसते हुए लिखा कि बीजेपी की 2014-18 में सरकार थी। उस वक्त बीजेपी के सरकार पर सांकेतिक प्रहार करते हुए लिखा, जब डबल इंजन डाल रहा था वनोपज पर डाका। वहीं दूसरी तरफ एक तस्वीर जो यह बता रही है, छत्तीसगढ़ किस ग्राफ से वनोपज के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।
जब 'डबल इंजन' डाल रहा था वनोपजों पर डाका…#DoubleNahiTroubleEngineHai pic.twitter.com/p3EAIIN9pS
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 31, 2023
पूर्व में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क्रय की जाने वाली लघु वनोपज प्रजातियों की संख्या ०७ थी । वर्तमान में सरकार द्वारा ६५ प्रकार की लघु वनोपज को क्रय किया जा रहा है । पिछले चार सालों में इसके संग्रहण से जुड़े ग्रामीणों को किये गये भुगतान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है । लघु वनोपज संग्रहण पारिश्रमिक का भुगतान वर्ष २०१९-२० में रू. २३.५० करोड़, वर्ष २०२०-२१ में रू. १५८.६५ करोड़, वर्ष २०२१-२२ में रू. ११६.७९ करोड़ एवं वर्ष २०२२-२३ में (अक्टूबर २०२२ की स्थिति में) ४६.३४ करोड़ का भुगतान संग्राहकों को किया जा चुका है। इस प्रकार चार वर्षों में राशि रू. ३४५.२८ करोड़ की लघु वनोपज क्रय की गयी। यही नहीं लघु वनोपज के संग्रहण एवं प्रसंस्करण से प्रतिवर्ष ७५ लाख से अधिक मानव दिवसों का रोजगार सृजन हुआ।
जब 'डबल इंजन' छीन रहा था आदिवासियों की जमीनें…#DoubleNahiTroubleEngineHai pic.twitter.com/QRHrrn98TZ
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 30, 2023