कांग्रेस को बड़ा झटका : धर्म गुरु ‘बालदास’ ने ली BJP में इंट्री! समझें, सियासी मायने
By : hashtagu, Last Updated : August 22, 2023 | 4:03 pm
कांग्रेस पर लगाया उपेक्षा का आरोप
मीडिया से चर्चा करते हुए गुरु बालदास ने कहा कि कांग्रेस में सामाजिक तौर पर उनकी बहुत उपेक्षा हुई हैं। उनके साथ भेदभाव किया गया। वहीं समाज के उत्थान के लिए कुछ भी नहीं किया गया । उन्होंने कहा कि भाजपा में सम्मान मिला तो इधर आ गए। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके बेटे गुरु खुशवंत साहेब ने आरंग विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट के लिए दावेदारी की है। बता दें कि गुरु घासीदास के वंशज धर्मगुरु बालदास अभा सतनाम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और भंडारपुरी पीठ सहित कई धर्मस्थलों के प्रमुख है। उनका सतनामी समाज में खासा प्रभाव है। माना जा रहा है कि गुरु बालदास के इस कदम से कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो सकता है।
सतनाम सेना से हारे थे दिग्गज
गुरू बालदास ने 2013 में सतनाम सेना के प्रत्याशी उतारे थे। इसके कारण कांग्रेस केवल मस्तूरी ही जीत पाई थी और भाजपा का नौ सीटों पर कब्जा हुआ था। इसके कारण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता साजा से रविंद्र चौबे, कवर्धा से मोहम्मद अकबर, राजिम से अमितेश शुक्ल, लोरमी से धर्मजीत सिंह चुनाव हार गए थे। सतनामी समाज के एक और गुरु रुद्र कुमार पहले से कांग्रेस में हैं वे वर्तमान में अहिवारा से विधायक हैं।
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले 2018 में अपने पुत्र सुखवंत साहेब के साथ गुरु बालदास ने कांग्रेस प्रवेश किया था। लेकिन सरकार बनने के बाद से गुरु बालदास और कांग्रेस के बीच पहले जैसा नहीं रह गया इसलिए समाज के बड़े नेता और धर्मगुरू के भाजपा प्रवेश को लेकर लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थी। दरअसल छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 10 सीटें एससी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इनमें से 7 पर कांग्रेस, दो में भाजपा और एक सीट पर बसपा के विधायक हैं।
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