छत्तीसगढ़। अब धीरे-धीरे गर्मी अपना रंग दिखाने लगी है। वैसे-वैसे अखबारों में भी पेयजल संकट (drinking water crisis) की खबरें भी आने लगी हैं। इनमें ग्रामीण अंचल के अधिकांश इलाके शामिल हैं। जहां पेयजल के लिए लोग अभी से भटकना शुरू कर दिया है। ऐसी खबरों के अंबार ने BJP का ध्यानाकर्षण करने का काम किया है। फिर क्या, उन तमाम अखबारों के पन्नों की खबरों की बंडल को पोस्टर में समाहित कर ट्विटर पर वार करना शुरू कर दिया है।
वैसे विपक्ष का काम ही है, सत्ता को इन समस्याओं से रूबरू करना। संवैधानिक व्यवस्थाओं की अपनी-अपनी जिम्मेदारी है। जिसे जनता देखती और समझती है। लेकिन जनता क्या करें। उसके हाथ में सिर्फ चुनावी के वक्त ही निर्णायक फैसला लेना होता है। वैसे देखा जाए तो पेयजल संकट पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाने के बावजूद आखिकार पेयजल संकट खत्म क्यों नहीं होता, ये सवाल आज भी निरूत्तर है।
बहरहाल, बीजेपी ने ट्विटर पर लिखा, भूपेश सरकार के राज में प्रदेशवासी आज बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने को मजबूर है। भूपेश जी ज्ञात रहे, जिस तरह आप जनता को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसा रहें है उसी तरह जनता भी आपको एक-एक वोट के लिए तरसायेगी।
भूपेश सरकार के राज में प्रदेशवासी आज बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने को मजबूर है।
भूपेश जी ज्ञात रहे, जिस तरह आप जनता को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसा रहें है उसी तरह जनता भी आपको एक-एक वोट के लिए तरसायेगी। pic.twitter.com/T7Zu2lAMtD
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) April 19, 2023