जशपुर। जिस पहाड़ी कोरवा परिवार (Pahadi Korwa ) के सामूहिक आत्महत्या पर बीजेपी मुद्दा बनाकर भूपेश सरकार को घेर रही थी। ऐसे में बीजेपी नेता और पूर्व गृहमंत्री रामविचार नेताम (Ramvichar Netam) का एक सनसनीखेज कारनामा उजागर हुआ है। आरोप है जशपुर जिले में एक पहाड़ी कोरवा परिवार की जमीन को नेता जी ने कूटरचना कर मुखिया को बहला फुसलाकर हड़प लिया है। जिसे लेकर कांग्रेस भी हमलावार है। इस परिवार को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने भी बीड़ा उठा लिया है। उन्होंने पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन से सिफारिश की है। रामविचार नेताम पर पहाड़ी कोरवा परिवार ने गंभीर आरोप लगाते हुए मामले की शिकायत अनुविभागीय अधिकारी से की है।
बता दें, रामविचार नेताम की बेटी निशा सिंह के नाम पर पहाड़ी कोरवाओं की लगभग 13 एकड़ की जमीन लगभग साढ़े पांच लाख रूपए में रजिस्ट्री करा ली गई है। मामला सामने आने के बाद पीड़ित पहाड़ी कोरवा परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई और उन्होंने लिखित आवेदन देकर एसडीएम से पुरे मामले की शिकायत करते हुए उनकी जमीन वापस दिलाने की मांग की है।
एसडीएम बगीचा को सौंपे गए आवेदन में आवेदिका सुगनी पति नान राम ने बताया है कि सरधापाठ अम्बाकोना में उसके पति नान राम की लगभग 5.605 हेक्टेयर जमीन है जहाँ वह अपने छ बच्चों के साथ रहती है।यहाँ वे जिस जमीन पर खेती करते थे उसे मुख्तयार ग्रहिता राय सिंह पिता रामखेलावन उम्र 44 निवासी रायपुर के द्वारा जून 2021 में छल कपट से रजिस्ट्री कराते हुए मुख्त्यारदाता निशा सिंह पिता रामविचार नेताम के नाम कब्जा कर नामांतरण करा लिया गया। सुगनी,भोलाराम,राजू राम,फूलकुमारी,दीपा बाई,मीना बाई,नाबा0 राजेश राम ने आवेदन में बीजेपी नेता रामविचार नेताम पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
प्रार्थी पहाड़ी कोरवाओं के अनुसार उक्त भूमि पर वे कृषि किया करते थे। जिसे छल कपट पूर्वक पंजीयन करा लेने से उन्हें अब खेती के लिए दिक्कत हो रही है। दिनांक 25-6-2021 को निष्पादित विक्रय पत्र को शून्य घोषित करते हुए उक्त भूमि पर पुनः नाम दर्ज करते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बगीचा से कब्जा वापस दिलाये जाने की मांग पहाड़ी कोरवा परिवार कर रहे हैं।
आवेदिका सुगनी व राजू राम द्वारा एसडीएम को सौंपे गए शिकायत आवेदन में उल्लेखित है कि उक्त भूमि को निशा सिंह पिता रामविचार नेताम के द्वारा छल कपट कर अपनी आर्थिक हैसियत का नाजायज फायदा उठाते हुए स्थानीय दलालों से सांठ गांठ कर भविष्य में उक्त भूमि से बहुमूल्य बाक्साइड खनिज मिलने और उत्तखनन होने और उससे अधिक आर्थिक लाभ कमाने की नीयत से आवेदकगण को क्षति पहुचाने की नीयत से दिनांक 25-6-2021 को अपनी पुत्री निशा सिंह के नाम पर खास मुख्तयार ग्रहिता के द्वारा रजिस्ट्री करा कर कब्जा कर लिया गया है।
सुगनी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति से उनकी मुलाकात नहीं हो रही है। पति नान राम को निशा सिंह उसके पिता व रायसिंह के द्वारा आज भी बरगलाकर अपने कब्जे में रखा गया है।जिसके कारण वे स्वयं अपने बच्चों और उत्तराधिकारी के साथ शिकायत आवेदन पेश करने कर रही हैं।
एसडीएम ने शिकायत आवेदन लेते हुए विधिवत जांच की बात कही है। अब देखना होगा कि पहाड़ी कोरवाओं के हित में भाजपा नेता की पुत्री से प्रशासन जमीन की वापसी कराती है या एक बार फिर पहाड़ी कोरवा परिवार दर बदर की ठोकरें खाने को मजबूर होता रहेगा। उक्त मामले में रामविचार नेताम ने पहाड़ी कोरवाओं की जमीन खरीदे जाने के लिए राज्य सरकार से परमिशन लेने का नियम बताया था। वहीं उन्होंने दिहाड़ी कोरवा से जमीन खरीदे जाने की बात कही थी।जबकि पीड़ित परिवार पिछले तीन पीढ़ियों से पहाड़ी कोरवा है। बहरहाल मुद्दा विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा परिवार की जमीन का है जिसे छल पूर्वक क्रय करते हुए उस पर कब्जा कर लिया गया है।