रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पैसों के विवाद को लेकर दो भाजपा नेता (BJP Leaders) आपस में भिड़ गए, जिसके बाद सड़क पर ही एक-दूसरे पर लात-घूंसे बरसाए गए। इस मारपीट में एक नेता का सिर फूट गया और वह लहूलुहान हो गया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प साफ दिखाई दे रही है। पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है, जबकि दूसरे पक्ष ने भी सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
घटना का विवरण:
सिविल लाइन पुलिस के अनुसार, राहुल चंदनानी, जो कटोरा तालाब स्थित नेताजी होटल के मालिक हैं, मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे अपने होटल पर बैठे थे। इसी दौरान संदीप मेघानी और नितेश कुमार उनके होटल पर पहुंचे और पैसों को लेकर विवाद शुरू हो गया। संदीप और नितेश, राहुल से उधार में दिए पैसों की मांग कर रहे थे, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज शुरू हो गई।
इस दौरान, सचिन मेघानी के साथ 6-7 और लोग वहां पहुंच गए। इसके बाद संदीप मेघानी और नितेश कुमार ने मिलकर राहुल चंदनानी को सड़क पर पीटना शुरू कर दिया। इस मारपीट में दोनों पक्षों की ओर से लात-घूंसे चले। राहुल की मां बीच-बचाव करने आईं, तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान राहुल के सिर से खून निकलने लगा और उसके कंधे और बाएं हाथ में भी चोटें आईं।
पुलिस कार्रवाई:
सिविल लाइन थाना प्रभारी रोहित मानेकर ने बताया कि, मारपीट की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और विवाद को शांत कराया। राहुल चंदनानी की शिकायत पर पुलिस ने करण बजाज, सचिन मेघानी, संदीप मेघानी, दिव्यांश सक्सेना, कमल पारेख, याकूब गनी, मनोज जोशी और नितेश कुमार के खिलाफ FIR दर्ज की है। इसके साथ ही, दूसरे पक्ष ने भी बुधवार को पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने दावा किया कि विवाद की शुरुआत उन्होंने नहीं की थी।
राजनीतिक संबंध:
गौरतलब है कि इस मामले में शामिल दोनों पक्ष भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं। राहुल चंदनानी भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं और कटोरा तालाब क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता भी हैं। वहीं, सचिन मेघानी भारतीय जनता पार्टी झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ के कोषाध्यक्ष के पद पर हैं।
इस घटना ने भाजपा के भीतर चल रहे आंतरिक विवादों को उजागर कर दिया है, जिसे लेकर पार्टी के भीतर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। पुलिस द्वारा आगे की जांच जारी है और मामले की पूरी सच्चाई का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।