चरणदास महंत की विवादित टिप्पणी के खिलाफ भाजपा ने खोला मोर्चा, घेरा महंत का बंगला
चरणदास महंत की विवादित टिप्पणी पर
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत (Leader of Opposition Dr. Charandas Mahant) द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर मोर्चा खोल दिया है। भाजपा नेता आज डॉ महंत के निवास का घेराव करने पहुंचे। इस रैली में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा (Deputy Chief Minister Vijay Sharma) भी शामिल हुए।
‘मैं भी हूं मोदी का परिवार और कांग्रेस के नेता पहली लाठी मुझे मारें’… इस नारे के साथ बड़ी संख्या में भाजपा नेता रायपुर के भगत सिंह चौक से रैली की शक्ल में पैदल मार्च करते हुए महंत के निवास पर पहुंचे, जहां भाजपा नेताओं ने महंत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस प्रदर्शन का नेतृत्व स्वयं छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने किया वे भी सभी कार्यकर्ताओं सहित पैदल मार्च करते हुए महंत के निवास तक गए जहां उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ इस तरह की निकृष्ट टिप्पणी उनके निचले स्तर का प्रमाण है, आपके राजनीतिक विरोधाभास के दीगर वे भारत के प्रधानमंत्री भी हैं, ऐसे में उनके खिलाफ राजनीतिक प्रचार करने के लिए आप स्वतंत्र हैं परंतु इस तरह की गलत बयानबाजी किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं की जा सकती।
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी का कड़ा प्रतिकार करते हुए कहा है, ‘मैं भी हूं मोदी का परिवार और कांग्रेस के नेता पहली लाठी मुझे मारें।’ शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ‘मैं भी हूं मोदी का परिवार, पहले लाठी मुझे मारो’ इस विषय को लेकर जनता तक जाएगी और जनता इस प्रकार के अमर्यादित बयान देने वालों को सजा देगी।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि जो स्वयं ही विधानसभा के अध्यक्ष रहे हों, जो इतने लंबे कार्यकाल से संसदीय मान बिंदुओं के लिए सबको समझाते रहे हैं , जो वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष हैं, उन्होंने राजनांदगांव में 2 अप्रैल को यह कहा कि जो मोदी का सिर फोड़ेगा उसको ज़िताओ। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और देवेंद्र यादव का नाम लिया है। देश के प्रधानमंत्री के संदर्भ में इस प्रकार की बयानबाजी निंदनीय है। उन्होंने कहा कि चरणदास महंत को इस वक्तव्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगनी चाहिए।