रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री जगदीश (रामू) रोहरा (State General Secretary Jagdish Ramu Rohra) ने कहा है कि कांग्रेस से 6 वर्षों के लिए निष्कासित और निलंबित नेताओं को वापस कांग्रेस (Congress) में लिया जाना छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की दयनीय दशा का परिचायक है। श्री रोहरा ने कटाक्ष किया कि कांग्रेस भवन पर ताला पड़ते और समूची प्रदेश कांग्रेस में भगदड़ मचते देख कांग्रेस नेतृत्व हाथ-पैर जोड़कर उन्हीं नोताओं को वापस पार्टी में लाने को विवश हुआ है, जिन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान और नतीजों की घोषणा के बाद अनुशासनहीनता के आरोप जड़कर कांग्रेस से निष्कासित व निलंबित किया गया था।
भाजपा प्रदेश महामंत्री रोहरा ने कहा कि कांग्रेस में टिकटों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाने के बाद कांग्रेस ने अपने पूर्व विधायक विनय जायसवाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था और बिलासपुर के रामशरण यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निलंबित किया गया था। आज कांग्रेस के हालात इतने दयनीय हो गए हैं कि अब उन्हें वापस उन्हीं नेताओं को आनन-फानन वापस कांग्रेस में लेना पड़ा है।
ये तो अभी ट्रेलर है, आगे-आगे देखिए होता है क्या? श्री रोहरा ने कहा कि ये हालात आईने की तरह साफ बयान कर रहे हैं कि कांग्रेस में चहुँओर हताशा का आलम है, लोकसभा के लिए कांग्रेस को प्रत्याशी तक के लाले पड़े हुए हैं। आपसी सिर-फुटौव्वल के हालात से जूझती कांग्रेस के नेता समय पूर्व लोकसभा के लिए अपने प्रत्याशी घोषित कर देने की डींगें तो खूब हाँक रहे थे, लेकिन सियासी दाँव-पेंचों ने कांग्रेस के हालात इतने दयनीय कर दिए हैं कि चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद भी स्क्रीनिंग कमेटी अभी तक पैनल के नामों में से कोई एक सिंगल नाम तय करने में ही उलझी है।
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