कांग्रेस में फूटा सियासी चिट्ठी का बम : पार्टी फंड से ‘पूर्व CM भूपेश’ के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के ‘बेटे’ को करोड़ों देने का आरोप!

कांग्रेस के हाथ से सत्ता जाते ही असंतुष्ट नेताओं की बड़ी लंबी फेहरिस्त हो गई है। कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और टिकट को लेकर गुटबाजी का नजारा तो.

  • Written By:
  • Updated On - March 19, 2024 / 05:08 PM IST

पूर्व सीएम के भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी को पार्टी फंड से मिले 5 करोड़ 89 लाख

पूर्व संगठन महामंत्री अरुण सिसोदिया ने कोषाध्यक्ष पर लगाया पार्टी फंड से करोड़ों के गबन का आरोप

रायपुर। कांग्रेस के हाथ से सत्ता जाते ही असंतुष्ट नेताओं की बड़ी लंबी फेहरिस्त हो गई है। विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और टिकट को लेकर गुटबाजी का नजारा तो सभी ने देखा और सुना ही है। अभी तक पूर्ववर्ती कांग्रेस पर तमाम घोटालों के आरोप तो बीजेपी लगा ही रही थी। लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस के पूर्व संगठन महामंत्री अरुण सिसोदिया (Former Organization General Secretary Arun Sisodia) ने कांग्रेस पार्टी के फंड में करोड़ों रुपए का आराेप जड़ा है। इस बार पूर्व संगठन महामंत्री अरुण सिसोदिया ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल (Treasurer Ramgopal Agarwal) पर पार्टी फंड से 5 करोड़ 89 लाख रुपये के गबन का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्हें पार्टी से बाहर करने की भी मांग की है।

रामगोपाल अग्रवाल को पार्टी से बाहर करने की मांग की

पूर्व संगठन महामंत्री अरुण सिसोदिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को लिखे पत्र में उन्होंने कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल पर पार्टी फंड से 5 करोड़ 89 लाख रुपये के गबन का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्हें पार्टी से बाहर करने की भी मांग की है । उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ने दोस्त और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के राजनितिक सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी टेसू मौडिया लैब गाजियाबाद को 5 करोड़ 89 लाख रूपये बिना प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और प्रभारी महामंत्री की जानकारी और अनुमति के भुगतान किया गया है। जबकि कोषाध्यक्ष को कार्यादेश जारी करने अनुमति नहीं और पार्टी बायलोज के अनुसार प्रदेश कार्यकारणी में प्रस्ताव लाकर पास करना आवश्यक है और प्रदेश अध्यक्ष के नोट शीट ऐपुवल लिया जाना जरूरी है।

अरुण सिसोदिया ने पत्र में बयां किया दर्द

अरुण सिसोदिया ने पत्र के माध्यम से कार्यकर्ताओं का दर्द बयां करते हुए कहा कि सरकार आने के बाद भी संगठन को किसी प्रकार आर्थिक सहयोग नहीं दिया जाता था हमने कई बार बैठक में और प्रभारी कुमारी सैलजा से अनुरोध किया। इसके बावजूद ब्लाक अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष को संगठन के कार्य करने 5-10 हजार रूपये तक नहीं दिया गया पर अपने परिवार के लोगों को एक कमरे में बैठकर कार्यादेश और गवाह निजी लोगों को बनाकर भुगतान कर दिया गया।

मनमानी करने वाले गिरोह को पार्टी से करें बाहर

अरुण सिसोदिया ने पीसीसी चीफ से सरकार और संगठन में मनमानी करने वाले गिरोह को पार्टी से बाहर किये जाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि हार के जिम्मेदार लोगो को सक्रिय राजनीति व पार्टी से दूर रखा जाए तभी पाटी का विकास संभव है।

यह भी पढ़ें : भूपेश के सामने मंच से ‘कांग्रेस कार्यकर्ता’ ने सुना डाली खरीखोटी! BJP ने X पर कसा तंज…वायरल VIDEO