रायपुर। छत्तीसगढ़ चुनावी समर (Chhattisgarh Election season) में कांग्रेस ने अपनी दूसरी सूची में 53 उम्मीदावाराें की घोषणा कर दी है। इसमें 19 विधायकों के नाम कटे हैं। टिकट नहीं पाने वालों में रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह (MLA Brihaspati Singh) हैं। इन्होंने 2018 के चुनाव के बाद से ही टीएस सिंहदेव (TS Singhdev) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। बृहस्पत सिंह ने उन पर झूठा जाने से मारने का आरोप लगाकर उस समय सियासी भूचाल ला दिया। लेनिक उनके आरोपों की तब पद्द पिट गई, जब बृहस्पत सिंह को विधानसभा में अपने कृत्य पर माफी मांगनी पड़ी थी। इसके बाद बृहस्पत गाहे-बगाहे टीएस सिंहदेव पर सांकेतिक रूप से हमले करते रहे। इनके इस कृत्य से बीते दिनों बिना नाम लिए ही टीएस सिंहदेव ने अपनी नाराजगी सार्वजनिक रूप से जाहिर की थी। इसके बाद से ही कायस लगाए जा रहे थे कि शायद बृहस्पत सिंह का टिकट कट जाए। आखिरकार दूसरी सूची में बृहस्पत सिंह का नाम नहीं आया।
इन सबके बीच उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, बृहस्पत सिंह का टिकट मेरी वजह से नहीं , बल्कि पार्टी के सर्वे के मुताबिक कटा है। उन्होंने कहा कि 7 नाम जो बचे हैं, उन पर भी मंथन चल रहा है। हाई लेवल कमेटी के पास गया है. जल्द ही वो भी नाम आ जाएंगे। वहीं 10 विधायकों की टिकट कटने पर सिंहदेव ने कहा कि ये सर्वे का आधार था। सर्वे का ज्यादा प्रभाव रहा. सर्वे के हिसाब से टिकट बाटें गए हैं।
विधायकों की टिकट कटने पर बीजेपी के आरोप को लेकर सिंहदेव ने कहा कि अपना अपना तर्क सब देते हैं। हमको लगता है जो जितने की स्तिथि में हैं उनको टिकट देना है। कांग्रेस ने काम अच्छा किया है। इसके बाद भी कांग्रेस नहीं जीतेगी तो काम करने का कोई अर्थ नहीं रहेगा।
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