CG Liquor Scam: शराब घोटाले से जुड़ी नई जानकारी – पूर्व मंत्री लखमा के भतीजे के नाम पर सीमेंट फैक्ट्री का सौदा

By : hashtagu, Last Updated : July 4, 2025 | 11:45 am

CG Liquor Scam: ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। शराब घोटाले से अर्जित अवैध वसूली की रकम से पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) ने अपने भतीजे कवासी भीमा के नाम पर जगदलपुर में रूद्र सीमेंट कंपनी खरीदी। यह कंपनी 10 एकड़ जमीन में स्थित थी और पिछले 20-25 साल से बंद थी। कंपनी के मालिक पीआर अग्रवाल से 2020 में सौदा करने के बाद, इसका मालिकाना हक लखमा के भतीजे के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया। इसके अलावा, 15 लाख रुपए का भुगतान बैंक खाते से दिखावे के लिए किया गया, जबकि बाकी रकम किस्तों में दी गई। इस घोटाले में करीब 2.75 करोड़ रुपए रायपुर में और 1.10 करोड़ रुपए जगदलपुर में अवैध रूप से दिए गए।

ईओडब्ल्यू ने विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश की गई चार्जशीट में इस मामले का ब्योरा दिया है। चार्जशीट के अनुसार, पूर्व आबकारी मंत्री को 2020 से 2022 के बीच हर महीने करीब दो करोड़ रुपए मिलते थे। शराब घोटाले के सिंडीकेट से जुड़े लोग वसूली के बाद उनके हिस्से की रकम पहुंचाते थे। ईओडब्ल्यू ने इस मामले में व्हाट्सऐप चैट से डिजिटल साक्ष्य जुटाए हैं, जिसमें वसूली और सिंडिकेट से जुड़े संदेशों का आदान-प्रदान हुआ था।

जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि सरकारी संरक्षण में 60 लाख 50 हजार पेटी अवैध शराब की बिक्री की गई, जिससे शासन को 2174 करोड़ 60 लाख रुपए का नुकसान हुआ। इस अवैध कारोबार में आबकारी अफसरों ने गैर आदिवासी जिलों के दुकानों से शराब की बिक्री का हिसाब तैयार किया था। शराब की अवैध बिक्री ट्रकों के जरिए की गई और इसका सारा पैसा वसूली करने वालों तक पहुंचाया गया।

शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और अनवर ढेबर के खिलाफ डिजिटल साक्ष्य मिले हैं, जिनके जरिए इन सभी ने अवैध वसूली की रकम को अपने पारिवारिक सदस्यों और उनके नाम पर बनाई गई कंपनियों/फर्मों में निवेश किया।