रायपुर। विधानसभा चुनाव माहौल बनाने के बाद कांग्रेस और बीजेपी (Congress and BJP) अब अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने में जुटी है। इसमें आधी सीटों के उम्मीदवार चुनाव आचार संहिता से पूर्व ही घोषित हो सकते हैं। ऐसे में अब कांग्रेस और बीजेपी के सियासी दिग्गजों की दिल्ली और छत्तीसगढ़ की दूरी सिमट जाएगी। क्योंकि हर पार्टी विरोधी पार्टी ने नेताओं के दौरे (Leaders Visits) के जवाब में भी यहां उतरेगी। कुछ मिलाजुलाकर सियासी पार्टियां अपने महारथियों के बहाने जनशक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुट गई है। ताकि किसके साथ लहर है, वह भीड़ से दिखाने की कोशिश भी सियासी पार्टियां करेगी। ऐसे में जाहिर है कि पार्टियाें के दिग्गजों के दौरे तेज होंगे।
गौरतलब है कि साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों की कमान अब दिल्ली के नेताओं के हाथों में रहेगी। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह जहां चौथी बार छत्तीसगढ़ आने वाले हैं वहीं खरगे एक महीने के भीतर दूसरी बार प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के सितंबर के आखिर में आने की संभावना है जबकि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के सितंबर पहले सप्ताह में छत्तीसगढ़ दौरा होने की संभावना जताई जा रही है।
दरअसल छत्तीसगढ़ में साल 2023 का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। प्रदेश की जनता ने भाजपा के 15 साल का कार्यकाल भी देखा है और अब कांग्रेस के पांच साल का कार्यकाल भी वह देख रही है। ऐसे में इस बार के चुनाव में पार्टी सिंबल के अलावा प्रत्याशी चयन भी काफी महत्वपूर्ण रहेगा। यही वजह है कि दोनों ही बड़े राजनीतिक दलों के दिग्गज नेता छत्तीसगढ़ में डेरा जमाने की तैयारी में हैं।
भाजपा की ओर से प्रदेश प्रभारी ओम माथुर लगातार छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे हैं वहीं कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा भी प्रदेश के सभी विधानसभाओं के संकल्प शिविर में शामिल होकर दावेदारों और वर्तमान विधायकों की रिपोर्ट ले रही हैं।
बताया गया है कि भाजपा नेताओं को केन्द्र सरकार की तमाम जनहितैषी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा नेताओं से कहा गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों को केन्द्रीय योजनाओं की पूरी जानकारी दें और बताएं कि मोदी सरकार ने उनके लिए क्या-क्या काम किए हैं। वहीं कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ में अपने पौने पांच साल के दौरान किए गए कामों और योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रही है। ऐसे में किसका कितना असर होता है यह तो समय ही बताएगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ आर्ब्जवर प्रीतम सिंह बुधवार को रायपुर पहुंचे। यहां उन्होंने टिकट के दावेदारों से मुलाकात कर ताजा हालात की जानकारीली।
बताया गया है कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह 20 अगस्त को राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में जनजातीय मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। शाह इस दिन बीजेपी के नेताओं के साथ पार्टी की चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी कर सकते हैं। वे यहां वरिष्ठ नेताओं की बैठक लेकर पुरानी तीन बैठकों का फीडबैक भी लेंगे।
अमित शाह- 20 अगस्त
मल्लिकार्जुन खरेग- 26 अगस्त
राहुल गांधी- 2 सितंबर
केसी वेणुगोपाल- 19 सितंबर
अरविंद केजरीवाल 19 अगस्त
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