रायपुर, 18 फरवरी (आईएएनएस)। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष और राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) के करीबी सैम पित्रोदा के चीन को लेकर दिए गए बयान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हाथ सीधे तौर पर अलगाववादियों, देश के दुश्मनों के साथ हैं। कांग्रेस ने सैम पित्रोदा को शायद देश के दुश्मनों का हाथ मजबूत करने के लिए ही रखा है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कांग्रेस से पूछा कि क्या अगर उनकी पार्टी सैम पित्रोदा के बयान से सहमत नहीं है तो क्या उन्हें पार्टी से निष्कासित करेगी?
दरअसल, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा था कि भारत को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है और यह धारणा छोड़ने की जरूरत है कि चीन दुश्मन है। उनके इस बयान पर भाजपा लगातार कांग्रेस पर हमलावर है। इसी क्रम में अब छत्तीसगढ़ के सीएम ने सैम पित्रोदा के बहाने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है।
सीएम विष्णुदेव साय ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”कांग्रेस के हाथ सीधे तौर पर अलगाववादियों, देश के दुश्मनों के साथ हैं। कांग्रेस के विदेशी विभाग के प्रमुख सैम पित्रोदा को शायद देश के दुश्मनों का हाथ मजबूत करने के लिए ही रखा गया है। पित्रोदा द्वारा पहले भारतीय नस्ल को ही अपमानित करना, फिर बार-बार भारत के बारे में अलग-अलग मंचों पर दुष्प्रचार करना और देश को कमजोर करने की साजिश रचते रहना कांग्रेस की अघोषित नीति ही है। अभी फिर एक विवादास्पद बयान देकर वही किया गया है।”
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ”सैम पित्रोदा के हर बयान के बाद उसे निजी बयान बता देना भी कांग्रेस की पहले से तय नीति है। अपने नेता से बयान दिलाकर पहले देश विरोधियों को तुष्ट कर देना और फिर भारत में उसे निजी बयान बता देना… यह साबित करता है कि कांग्रेस आज भी ‘चोर से कहो चोरी कर और गृह स्वामी से कहो जागते रह’ की अपनी पुरानी नीति पर कायम है। संबंधित देश के सत्ताधारी से कांग्रेस का आधिकारिक समझौते के कारण ही ये तमाम बयान आते हैं।”
सीएम विष्णुदेव साय ने कांग्रेस से सवाल करते हुए लिखा, ”अगर सैम के बयान से सहमति नहीं है तो क्या उन्हें कांग्रेस पार्टी से निष्कासित करेगी? अगर उन्हें बर्खास्त नहीं किया जाता है तो यह साबित होगा कि पार्टी आलाकमान के इशारे पर ही देश को कमजोर करने का कुचक्र रचा जा रहा है। यह निंदनीय है। इसे कतई सहन नहीं किया जा सकता है।”