रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) अब विधानसभा और लोकसभा के चुनावी परिणाम के बाद कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर विधानसभा घेराव के बहाने पार्टी में जान फूंकने की तैयारी है। 24 जुलाई के प्रदर्शन (24th July demonstrations) के इसके पीछे वजह यह भी माना जा रहा है कि नगरीय निकाय और पंचायत के इसी साल चुनाव संभावित हैं। ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजूटता का प्रदर्शन करने की रणनीति का मूल हिस्सा है। लेकिन जिस तरीके से कार्यकर्ताओं की नाराजगी रह-रह कर सामने आ रही है, उससे तो यही लगता है कि कांग्रेस को संगठन को मजबूती के साथ खड़ा करने की बड़ी चुनौती है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी 24 जुलाई को बड़ा प्रदर्शन करने वाली है। प्रदेशभर से आ रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और सभी जगह की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश स्तरीय नियंत्रण कक्ष तैयार किया है, जिस पर नजर रखने के लिए कांग्रेस नेताओं को भी जिम्मेदारी दी गई है।
बैठकों के जरिए बांटी गई जिम्मेदारी
कांग्रेस पार्टी के विपक्ष में आने के बाद का ये सबसे बड़ा प्रदर्शन होने वाला है, सरकार के शुरूआती दिनों से ही कांग्रेस पार्टी प्रदेश की कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाने में जुडी हुई है। इस प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस सीनियर नेताओं ने बैठक कर पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां बांटेंगी।
यह भी पढ़ें :Chhattisgarh : मूसलाधार में बह गया ‘नेशनल-हाइवे’ का सड़क पुल! दल्लीराजहरा से मानपुर का टूटा संपर्क
यह भी पढ़ें :Chhattisgarh : भू-स्वामियों के ‘पटवारी रिकार्ड’ में दर्ज त्रुटियों का सुधार करेंगे तहसीलदार
यह भी पढ़ें :राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : चार वर्ष पूरे होने के अवसर पर स्कूलों में मनेगा शिक्षा सप्ताह !