Chhattisgarh : पानी बिन सब सून ! यहां ‘भीषण’ जल संकट कौन है ?… इसका असल जिम्मेदार

By : hashtagu, Last Updated : March 16, 2025 | 2:50 pm

मुंगेली। (Mungeli in Chhattisgarh) छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के कई इलाकों में गर्मी शुरू होते ही जलसंकट गहराने लगा है. पीएचई विभाग की लापरवाही (Negligence of PHE department) से ये संकट और भी गहरा होने लगा है. क्योंकि पीएचई विभाग की लापरवाह और अधिकारी ठेकेदारों की वजह से जलजीवन मिशन के तहत बनने वाले पानी टंकियों का निर्माण समय पर नहीं हो सका है. इससे लोगों को पीने का पानी तक के लिए जूझना पड़ रहा है. लोरमी इलाके के खपरी कला गांव में जिम्मेदार अधिकारियों का ये हाल है कि एक टंकी के रिजेक्ट होने के बाद दूसरे टंकी का निर्माण भी आधा अधूरा पड़ा है।

इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं जिससे लगता है कि सरकार के घर-घर पानी पहुंचाने के लिए बनाए जलजीवन मिशन को किस तरह फेल करने में पीएचई विभाग के अधिकारी लगे हुए है। आगर एनीकट में पानी नहीं है,तालाब सूखे है. ऐसे में लोगो को पीने के पानी के साथ-साथ आम निस्तारी के लिए भी पानी की समस्या हो रही है।

लोगों को पानी के लिए हो रही परेशानी

  • कही पानी टंकी का निर्माण ही नहीं हो सका तो जहां हुआ भी है तो घटिया निर्माण के कारण लीकेज और पाइपलाइन फूटने जैसी समस्या सामने आई है. पीएचई विभाग के ईई कुंदन राणा को तो जिले में कितनी टंकी बन रही क्या स्थिति है ऐसी भी कोई जानकारी नहीं है, तो लोगों की समस्या का निराकरण की उम्मीद करना ही बेमानी होगी. नदी नाले सूखने की कगार पर बच्चे सूखी नदी में क्रिकेट खलेत दिखे। तो वहीं भू जल स्तर नीचे जाने से बोर भी सूखने लगे है. सूख दुख के किराए के लिए भी बोर के पानी से नदी में पानी भरने की भागीरथ प्रयास किए जा रहे है।

मुंगेली कलेक्टर राहुल देव ने ग्रामीणों को हो रहे जलसंकट को दूर करने और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया और दोषी अधिकारी पर तत्काल कार्रवाई का आदेश भी दिया. उन्होंने कहा कि शासन के मंशाअनुरूप पानी टंकी का निर्माण जल्द कराया जाएगा. इससे सभी को पानी मिल सके. वहीं अब देखना यह होगा कि कब दोषियों पर कार्रवाई होती है और कब तक लोगों को पीने का साफ पानी मिल सकेगा।

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