रायपुर/ राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन (Governor Vishwabhushan Harichandan) की जगह अब नए राज्यपाल जगह लेंगे। लेकिन राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने छत्तीसगढ़ के लिए अपने कार्यकाल के दौरान बहुत कुछ दे गए। उनके द्वारा छत्तीसगढ़ के विकास के लिए किए गए प्रयास की वजह से उन्होंने अमिट छाप छोड़ी है। जिसे भूलाया नहीं जा सकता है। उनका छत्तीसगढ़ से एक आत्मीय जुड़ाव है। उन्होंने हमेशा छत्तीसगढ़ की तरक्की (Chhattisgarh progress) के लिए केंद्र सरकार से संवाद किया और यहां की राज्य सरकारों को अपना सुझाव दिया। जिसकी बुनियाद पर विकास और जनहितकारी योजनाओं की बुनियाद रखी गई। संवैधानिक पद पर रहते हुए राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने अपने कार्यों की वजह से छत्तीसगढ़ की जनता के बीच भी एक अमिट छाप छोड़ी है। वैसे उनके कार्यों की चर्चा के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। आइए जानते हैं आज उनसे मुलाकात करने वालों के बारे। जिन्होंने खुद उनके द्वारा किए गए कुछ कार्यों को उदाहरण के तौर पर बताया है।
हरिचंदन की पहल पर विभिन्न औद्यौगिक संस्थानों द्वारा अपने कार्पोरेट सोशल रिस्पांसीबिलीटी (सी.एस.आर.) मद से 50 लाख की राशि रेडक्रॉस को प्रदान की गई है। साथ ही केन्द्र सरकार की संस्था ग्रामीण विद्युत कॉर्पोरेशन द्वारा 4 करोड़ 83 लाख की लागत के चार मेडिकल मोबाईल यूनिट (एबुलेेंस) आदिवासी क्षेत्रों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। रेडक्रॉस समिति के पदाधिकारियों ने इसके लिए श्री हरिचंदन का आभार माना। संस्था की ओर से राज्यपाल को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर रेडक्रॉस समिति छत्तीसगढ़ के चेयरमेन श्री अशोक अग्रवाल, सचिव डॉ. रूपल पुरोहित, डॉ.एस.एन पाण्डेय एवं समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से आज राजभवन में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने सौजन्य भेंट कर उनके कार्यकाल के दौरान राज्य में उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए उनके द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देशों, मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर आयुष विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार पात्रा, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रोफेसर सच्चिदानंद शुक्ला एवं कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रोफेसर बलदेव शर्मा उपस्थित थे।
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