छत्तीसगढ़। होली के पहले दिन सूर्यास्त के बाद शुभ मुहूर्त में होलिका दहन (Holika Dahan in auspicious time) किया जाता है और इस दिन को छोटी होली के नाम से जाना जाता है। होली के दूसरे दिन को रंग खेलते हैं। सूखे गुलाल और पानी के रंगों का उत्सव मनाते हैं। मौज-मस्ती के कारण दूसरे दिन को ही होली का मुख्य दिन माना जाता है। इसे रंगोंवाली होली या धुलण्डी के नाम से भी जानते हैं।
होली पर दो शुभ योग बन रहे हैं। वृद्धि योग रात 9.30 बजे तक है, जबकि ध्रुव योग का समय 24 मार्च को पूरे दिन है। वहीं होलिका दहन का मुहूर्त रात 11.13 बजे से रात 12.07 बजे तक है।
पंचांग के अनुसार होलिका दहन पर भद्रा का साया है। 24 मार्च को होलिका दहन के दिन ही भद्रा भी लग रही है। इस दिन भद्रा सुबह 09.54 बजे से लग रही है जो रात 11 बजकर 13 मिनट तक है। इस दिन भद्रा की पूंछ का समय शाम 06:33 बजे से शाम 07:53 बजे तक, भद्रा के मुख का समय शाम 07:53 बजे से रात 10:06 बजे तक है।
यह भी पढ़ें :कृति सेनन ने पूरी स्क्रिप्ट सुने बिना ही फिल्म ‘क्रू’ के लिए ‘हां’ कह दी