छत्तीसगढ़ की बेटी रीबा ने न्यूजीलैंड में कॉमनवेल्थ फेसिंग चैंपियनशिप! अब ओलंपिक में पदक जीतने का सपना
By : hashtagu, Last Updated : July 27, 2024 | 2:46 pm
- सेमीफाइनल में भारतीय टीम ने मेजबान न्यूजीलैंड को 45-37 से हराकर रजत पदक पक्का कर लिया। हालाकि, भारत को फाइनल में इंग्लैंड के हाथों 37-45 से हार का सामना करना पड़ा। रजत पदक जीतने में रीबा ने अकेले 22 अंकों का योगदान दिया। वहीं, व्यक्तिगत इवेंट में रीबा को नौवें स्थान पर रही।
रीबा ने बताया कि कॉमनवेल्थ में मेडल जीत कर मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैंने नेशनल कॉम्पिटिशन में मेरा 6th रैंक आया था, जिसके बेस पर मुझे वहां खेलने का मौका मिला और हमने सिल्वर मेडल जीता। वहां तक पहुंचना ही बहुत बड़ी बात है, लेकिन वहां पहुंचना आसान नही थी।
- हर साल सरकार बाहर भेजने की व्यवस्था करती है, लेकिन इस बार सारी चीज खुद से करनी थी। हमें बहुत कम समय में ये बातें बताई गई कि वहां जाने के लिए हमें व्यवस्थाएं खुद से करनी होगी। बाहर जाने का खर्च 4 से 5 लाख रुपए था। मैं मिडिल क्लास फैमिली से हूं। ये बात सुनते ही मुझे लगा कि मेरा सपना अधूरा रह जाएगा, लेकिन घर वालों ने पैसों की व्यवस्था कि और उनके सपोर्ट से मैं वहां खेलने जा पाई।
2018 में की फेसिंग (तलवारबाजी) खेलने की शुरुआत
- रीबा ने बताया कि स्कूल के समय से मैने 2018 में फेसिंग खेलने की शुरुआत कि मैं ग्राउंड में रनिंग की प्रैक्टिस कर रही थी, उस समय मेरे स्कूल के स्पोर्ट्स टीचर ने इस खेल के बारे में बताया। मैने खेलना सीखा और धीरे-धीरे आगे बढ़ते गई। डिस्ट्रिक्ट लेवल के बाद नेशनल तक पहुंची, तब मुझे रियलाइज हुआ कि मुझे मेहनत करनी है।
पिछले 2 साल से SAI सेंटर केरल से ले रही ट्रेनिंग
- रीबा ने बताया कि वे पिछले 2 साल से स्पोर्ट्स आथोरिटी ऑफ इंडिया सेंटर कन्नूर केरलाा से ट्रेनिंग ले रही है। रीबा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बहुत टैलेंट है लेकिन यहां पर फेसिंग को लेकर कोई सेंटर नहीं है, इसलिए मुझे दूसरे राज्य में जाकर ट्रेनिंग लेनी पड़ रही है।
रीबा ने कहा कि मैं राज्य सरकार से अनुरोध करती हूं कि यहां पर भी फेसिंग को सेंटर खोला जाए, ताकि यहां के टैलेंटेड बच्चे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें। छत्तीसगढ़ अभी फेसिंग खेल में बहुत पीछे है। इसलिए यहां अगर सेंटर खुल जाएगा तो मुझे जैसे खिलाड़ी को स्टेट छोड़कर दूसरे राज्य में जाकर ट्रेनिंग नहीं लेनी पड़ेगी।
ओलिंपिक में मैडल लाना सपना
रीबा ने कहा कि मेरा लक्ष्य की ओलिंपिक में जाऊं और छत्तीसगढ़ और देश का नाम रोशन करू। इसके लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी और मैं लगातार मेहनत कर रही हूं और आगे भी इसके लिए मैं कॉम्पिटिशन खेलते रहूंगी।
रीबा ने बताया कि वे अभी 10 वीं में पढ़ाई करती है, लेकिन पढ़ाई और खेल को वो आसानी से मैनेज कर लेती है। रीबा कहती है कि जब वे प्रैक्टिस करती है तो पूरी फोकस खेल पर होता है। जब स्कूल में होती हूं पूरा ध्यान पढ़ाई पर रहता है।
- सरकार का किया आभार
कॉमनवेल्थ सलेक्शन के बाद तलवारबाजी खिलाड़ी रीबा बेनी की मां मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पास जनदर्शन के दौरान आवेदन लेकर पहुंची थी, जिसके बाद सरकार ने 4 लाख रुपए देने की घोषणा है।
रीबा ने कहा कि वे सरकार का धन्यवाद करती है, क्योंकि मेरे जाने की पूरी पूरा उम्मीद टूट गई थी, लेकिन हमने सरकार से मदद मांगी और सरकार ने हमको बकायदा मदद किया तो मैं उसके लिए मैं अपने दिल से सरकार को धन्यवाद देना चाहती हूं ।
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