रायपुर। प्रभु श्रीराम की ननिहाल छत्तीसगढ़ में रामनामी सम्प्रदाय (Ramnami sect) की पावन भक्ति के आगे देश ही नहीं पूरा विश्व नतमस्तक है। यहीं प्रभु श्रीराम ने शबरी के जूठे बेर खाए थे। अपने राम वनगमन के दौरान महतारी छत्तीसगढ़ की धरा पर कई स्थानों पर लंबे समय तक निवास किया था। आज प्रभुश्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर बड़े भजन मेला महोत्सव पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Chief Minister Vishnudev Sai) ने अपने एक्स पोस्ट रामनामी सम्प्रदाय पर चंद शब्दों में सारगर्भित भवनाएं व्यक्त किए।
राम नाम ही जीवन है..
राम-नाम ही सांस है
रग-रग में राम हैं….
“बड़े भजन मेला महोत्सव” भी इसी सनातन संस्कृति का प्रतीक है। मेले की परंपरा 150 साल से ज्यादा पुरानी है। पौष माह की एकादशी से आयोजित होने वाला यह मेला रामनामी भजनों की एक अनूठी मिसाल को पेश करता है।
राम नाम ही जीवन है..
राम-नाम ही सांस है
रग-रग में राम हैं….सतानत संस्कृति के विविध रूप हैं। यह वह परंपरा है जिसमें भक्ति और अध्यात्म की अद्भुत धारा का संगम है। छत्तीसगढ़ में रामनामी सम्प्रदाय के लोगों के लिए भगवान श्रीराम के नाम से बढ़कर कुछ भी नहीं है। यह श्रीराम जी के परम… pic.twitter.com/G94IkEcXBB
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 20, 2024
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