कांग्रेस-BJP कार्यकर्ता भिड़े, पत्थरबाजी में IPS चोटिल

By : madhukar dubey, Last Updated : December 25, 2022 | 5:50 pm

छत्तीसगढ़। (Former Prime Minister Atal Bihari) पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनकी प्रतिमा को स्थापित करने को लेकर कांग्रेस और BJP कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। जबकि मौके पर बीजेपी के सांसद भी मौजूद थे। दुर्ग के भिलाई के कैंप क्षेत्र में एक गार्डन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगाने की तैयारी चल रही थी। इसके साथ ही वहां बीजेपी कार्यकर्ता उनकी जयंती मना रहे थे।

इसी दौरान स्थानीय कांग्रेसी पार्षद और कार्यकर्ता पहुंचे, जिसका वे विरोध करने लगे। देखते-देखते ही बीजेपी और कांग्रेसी कार्यकर्ता भिड़ गए। सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने कार्यकर्ताओं को कंट्रोल करने में जुट गई। इसी बीच किसी ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया।

इससे वहां मौजूद सीएसपी प्रभात को लगा, जिससे वे चोटिल हो गए। इसके बाद स्थिति नियंत्रित करने के लिए यहां भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। छावनी सीएसपी प्रभात कुमार, भिलाई नगर सीएसपी निखिल रखेचा और क्राइम सीएसपी नसर सिद्दकी भी मौके पर तैनात किया गया था। मोहल्ले के लोगों को अपने घरों से बाहर ना निकलने की अपील की गई थी।

दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर भाजपा अलग-अलग स्थानों में कार्यक्रम कर रही है। इसी कड़ी में इस क्षेत्र में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया था। बीजेपी ने पहले ही इस गार्डन को अटल जी के नाम से कर दिया है। उनका कहना है कि ये जमीन तो बीएसपी की है। ऐसे में नामकरण करने से कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। साथ ही रविवार को नेता अटल जी की मूर्ति स्थापित करने पहुंचे थे। मगर इसी दौरान यहां विवाद हो गया।

कार्यकर्ता बोले,कांग्रेसी विधायक के से मद से बना है गार्डन

कांग्रेसी पार्षद मन्नान खान का कहना है कि यह क्षेत्र उनका है। कांग्रेस विधायक के मद से गार्डन का विकास हुआ है। वो लोग यहां ओपन जिम बनाना चाहते थे, लेकिन भाजपा सांसद विजय बघेल औऱ जिलाध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया ने यहां अपने समर्थकों के साथ यहां अटल जयंती का कार्यक्रम रख लिया।

इसके बाद वो लोग यहां अटल विहारी वाजपेयी की मूर्ति बैठा कर राजनीति कर रहे हैं। बाद में किसी तरह से दोनों पक्षों को शांत कराया गया है और गार्डन में ही अस्थाई रूप से मूर्ति को स्थापित कर दिया गया है। प्रशासन ने कहा है कि पहले इस मामले में कलेक्टर से अनुमति ली जाए। इसके बाद मूर्ति को स्थाई रूप से स्थापित किया जाएगा। इसके लिए मौके पर कुछ जवानों को भी तैनात कर दिया गया है। वहीं काफी बवाल के बाद मामला शांत हो गया है।

इधर, छत्तीसगढ़ बीजेपी ने शाम को अपने कुछ इस तरह से ट्विट किया है। इसके बाद से इस पर अब सियासी रंग चढ़ने लगा है।