Congress Breaking : AICC सदस्य ‘अरुण सिसोदिया’ का इस्तीफा! ‘विनोद वर्मा’ को बता डाले कारण

कांग्रेस में अभी तक अंदरुनी कलह शांत नहीं हुआ है। संगठन में एक गुटीय नीतियां चलने से पार्टी में बड़े पैमाने में नाराजगी है।

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  • Updated On - January 31, 2024 / 03:30 PM IST

रायपुर। कांग्रेस में अभी तक अंदरुनी कलह शांत नहीं हुआ है। संगठन में एक गुटीय नीतियां चलने से पार्टी में बड़े पैमाने में नाराजगी है। हाल में पिछले दिनों जिस तरह से पूर्व विधायक ने गंभीर आरोप लगाए थे। उससे जाहिर होता है कि पार्टी के डैमेज कंट्रोल इतना जल्दी नहीं होने वाला है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य और कांग्रेस महासचिव अरुण सिंह सिसोदिया (Congress General Secretary Arun Singh Sisodia) ने कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया है। सिसोदिया ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार रहे विनोद वर्मा (Vinod Verma) और उनके अन्य साथियों को पार्टी से इस्तीफे का कारण बताया है।

20 साल से पार्टी से जुड़े हैं सिसोदिया

सिसोदिया ने अपने पत्र में लिखा है कि मैंने 20 साल पार्टी की सेवा की, लेकिन कुछ वर्ष पहले आएं लोगों को बघेल सरकार में उपकृत किया गया। सब कुछ चुनिंदा लोगों के इशारों पर हुआ। वर्मा पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान बूथ गठन व अन्य डेटा विनोद वर्मा के पास साप्ट और हार्ड कापी में उपलब्ध है।

  • इस्तीफ़े में ये लिखा

मैं अरुण सिंह सिसोदिया (फौजी) जो की 20 वर्षों से कांग्रेस पार्टी की विचार धारा , त्याग, तपस्या और बलिदान के साथ देश की आज़ादी में योगदान व बलिदान के साथ-साथ पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा किया गया देश के सशक्तिकरण के प्रयासों से प्रभापित कार्य करता रहा हूं, लेकिन बीते 6 माह से जिस तरह के घटना क्रम हुए जिसने मुझे पीसीसी डेलिगेट बनने से रोकने के लिए जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर ने प्रयास किया। फिर मुझे प्रदेश महामंत्री पद से हटा दिया गया।

  • फिर प्रभारी महामंत्री संगठन और प्रशासन से हटवा दिया गया। ये सब मुझे अपमानित किए जाने जैसा है। जिससे मैं आहत हुआ, साथ ही बीते 6 माह से योग्यता, कार्यछमता और निष्ठा के अनुरूप कोई जिम्मेदारी संगठन से नहीं पास हुई है, जो की मेरे लिए अपने राजनितिक सफर पर पुनः विचार करने के लिए मजबूर कर रहा है। मुझे डेढ़ साल पहले प्रभारी बुथ प्रबंधन समिति बनाया गया था । पहले बुथ प्रबंधन का कार्य देख रहे विनोद वर्मा ने उस समय 4500 युथ कमेटियों का गठन कर डाटा भी दिया था।

मैंने विधानसभा चुनाव तक 18300 युथ कमेटियों का गठन कर पीसीसी में हार्ड कॉपी और सॉफ्ट कॉपी जमा कर दिया गया था। अध्यक्ष जी के कमरे की आलमारी में पूरी तरह से सुरक्षित रखी हुई है बुथ गठन कमेटियो के गठन के दौरान 4 वर्ष पूर्व पार्टी में आए। विनोद वर्मा व साथियों द्वारा हस्तक्षेप किया जाता रहा समान्तर संगठन का संचालन किया जाता रहा जिससे विभिन्न प्रकार से हमारे कार्य में अवरोध उत्पन्न होता रहा उसके बावजूद 23902 बुम कमेटियो में 18300 यूथ हमने गठन किया।

लेकिन पूरे  23902  कमेटियों का गठन नहीं कर पाया जिसके लिए मैं स्वयं को जिम्मेदार मानता हूंऔर विधानसभा 2023 में कांग्रेस की हार का एक कारण मानता हूं। वर्तमान में गठित कमेटियों की सॉफ्ट व हार्ड कॉपी विनोद वर्मा जी के पास है जो की संगठन की गोपनीय सम्पति है। उक्त सभी दस्तावेज पी सी सी लाया जाना सुनिश्चित किया जाए ।

नीचे पत्र पढ़ें : 

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