कांग्रेस ने ‘सिरिवेला प्रसाद’ को बनाया छत्तीसगढ़ का ऑब्जर्वर!
By : hashtagu, Last Updated : August 7, 2023 | 7:19 pm
कांग्रेस ने बीते 31 जुलाई को पांच राज्यों में चुनाव के मद्देनजर सीनियर ऑब्जर्वर और ऑब्जर्वर की नियुक्ति की थी। इसमें छत्तीसगढ़ के लिए प्रीतम सिंह सीनियर ऑब्जर्वर और मीनाक्षी नटराजन ऑब्जर्वर को बनाया गया था। अब AICC के नए आदेश के मुताबिक मीनाक्षी नटराजन को तेलंगाना का ऑब्जर्वर बनाया है वहीं छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी डॉ. सिरिवेल्ला प्रसाद सम्भालेंगे।
छत्तीसगढ़ के साथ अन्य चार राज्यों में नियुक्ति की गई थी जिसमें मध्यप्रदेश में रणदीप सुरजेवाला सीनियर ऑब्जर्वर और चंद्रकांत हंडोरे को कमान सौंपी गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव-2023 की चुनावी तैयारियों की निगरानी के लिए चुनाव पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने इसका आदेश जारी किया था।
कौन हैं सिरिवेला प्रसाद
सिरिवेला प्रसाद आंध्रप्रदेश के नेता हैं वर्तमान में AICC के प्रभारी सचिव तमिलनाडु हैं। इससे पहले सिरिवेला प्रसाद AICC के अनुसूचित जाति विभाग के संयोजक भी रहे हैं। दलित ह्यूमन राइट्स के एक्टिविस्ट भी रहे हैं। सिरिवेला प्रसाद ने साल 2019 में आंध्रप्रदेश के ओंगोल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुके हैं हालांकि इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
प्रीतम सिंह रहेंगे सीनियर ऑब्जर्वर
विधानसभा चुनाव के लिए सीनियर ऑब्जर्वर प्रीतम सिंह को बनाया गया है। प्रीतम सिंह उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। वो 6वीं बार विधायक बनकर आए हैं। प्रीतम सिंह कांग्रेस के सक्रिय नेता हैं। उनका जन्म 1958 में उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखंड) के देहरादून जिले के विरनाद गांव में राजपूत परिवार में हुआ था।
कौन हैं मीनाक्षी नटराजन
मीनाक्षी नटराजन मध्यप्रदेश के मंदसौर से कांग्रेस की सांसद रही हैं। मीनाक्षी को पिछले चुनाव में भी कांग्रेस ने मैदान में उतारा था। लेकिन वह सुधीर गुप्ता से हार गई थीं। 2009 में जीत दर्ज की थीं। 2014 और 2019 में उन्हें टिकट मिला। लेकिन हार गईं। मीनाक्षी को राहुल गांधी का काफी करीबी माना जाता है।
मीनाक्षी नटराजन इस समय राजीव गांधी पंचायती राज संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वे मंदसौर मध्यप्रदेश के संसदीय क्षेत्र से सांसद भी रही हैं। नटराजन टीम राहुल गांधी का हिस्सा भी रहीं है और उन्हें गांधी परिवार का करीबी माना जाता है। उन्होंने NSUI में शामिल होकर छात्र राजनीति से शुरुआत की। वे साल 1999 से 2002 तक NSUI की राष्ट्रीय अध्यक्ष रहीं। साल 2002 से 2005 तक मध्यप्रदेश यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं। राहुल गांधी ने उन्हें AICC के सचिव के रूप में साल 2008 में चुना। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में मंदसौर क्षेत्र से सांसद चुनी गईं।
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