रायपुर। विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए बीजेपी से कांग्रेस में आए आदिवासी नेता नंदकुमार सॉय (Nandkumar Soy) ने लैलूंगा विधानसभा (Lailunga Assembly) से अपनी दावेदारी पेश की है। उन्होंने अपना अावेदन ब्लॉक अध्यक्ष के पास जमा किया है। अब ऐसे में देखने वाली बात है कि वहां से वर्तमान विधायक चक्रधर सिंह सिदार के बजाए क्या कांग्रेस साय को टिकट देती है। फिलहाल ये तो आने वाली सूची में ही तय हो पाएगा। इधर, इनके दावेदारी से कांग्रेस विधायक गुट में खलबली मची हुई है। उनका कहना है कि वर्तमान विधायक के कामकाज अच्छे हैं और जनता पर भरोसा भी। लेकिन मिलाजुलाकर कांग्रेस संगठन पर निर्भर करता है किसे टिकट देती है। यह भी बात सच है कि नंदकुमार सॉय पुराने नेता हैं, आदिवासियों के बीच उनकी अच्छी पकड़ के साथ लोकप्रियता भी है। ऐसे में इनके टिकट मिलने से कांग्रेस और मजबूत होगी।
आपको बता दें कि, बीजेपी के एक प्रमुख आदिवासी चेहरा एवं उत्तरी छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखने वाले नंदकुमार साय पहली बार 1977 में मध्य प्रदेश में तपकरा सीट (अब जशपुर जिले में) से जनता पार्टी के विधायक चुने गए थे। वह 1980 में बीजेपी की रायगढ़ जिला इकाई के प्रमुख चुने गए। वह 1985 में तपकरा से बीजेपी विधायक चुने गए। वो साल 2000 नवंबर में मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद वे छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के पहले नेता बने। इसके बात नंदकुमार साय साल 2017 में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के अध्यक्ष बने।
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