नई दिल्ली, 11 जनवरी (आईएएनएस)। (Assembly elections in Delhi) दिल्ली में विधानसभा चुनाव से ठीक 25 दिन पहले दिल्ली सरकार की शराब नीति को लेकर कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया (Comptroller and Auditor General of India) की रिपोर्ट लीक हो गई। इस रिपोर्ट में इस नीति की वजह से दिल्ली सरकार को 2026 करोड़ रुपए का रेवेन्यू लॉस होने का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि शराब नीति में कई गंभीर गड़बड़ियां थीं, जिनमें लाइसेंस देने की प्रक्रिया में खामियां शामिल हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद देश की राजनीति में खलबली मच गई है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल पर राज्य में शराब नीति पर जमकर निशाना साधा।
मनोज तिवारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “आम आदमी पार्टी राजनीति में बदलाव का दावा लेकर आई थी, लेकिन अब वह भ्रष्टाचारियों और अवैध घुसपैठियों के लिए दलाल की भूमिका में नजर आ रही है। आम आदमी पार्टी ने इस रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर रखने से इनकार किया है। हालांकि, सच्चाई छुपाने की कितनी भी कोशिशें की जाएं, वह सामने आ ही जाती है। सीएजी की रिपोर्ट के कई अंश अब जनता तक पहुंच चुके हैं और हम विश्वास करते हैं कि दिल्ली की जनता 5 फरवरी को उन लोगों को उनकी गलतियों की सजा देगी, जो घोटाले और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।”
उन्होंन कहा, मैं दिल्लीवासियों से निवेदन करता हूं कि उन्हें यह समझना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल ने बहुत बड़ा घोटाला किया है। केजरीवाल जेल भी गए हैं और जो कुछ वे कहते हैं, वह अक्सर करते नहीं हैं। उनका एक चेहरा दिखाने का है और एक असली चेहरा है। इसलिए, केजरीवाल को दिल्ली की सत्ता से हटाना बहुत जरूरी है। दिल्ली के लोगों से मेरा अनुरोध है कि वे केजरीवाल को सत्ता से हटाएं और बीजेपी को सत्ता में लाने में मदद करें, ताकि दिल्ली का सही तरीके से विकास हो सके। सीएजी की रिपोर्ट पूरी तरह सही है और यह रिपोर्ट अरविंद केजरीवाल सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करती है। केजरीवाल ने भ्रष्टाचार खत्म करने के नाम पर सत्ता में आने के बाद भारी भ्रष्टाचार किया है। जो रिपोर्ट आई है, उसके आधार पर मैं दिल्ली की जनता से अपील करता हूं कि वे केजरीवाल को सत्ता से बाहर करें, क्योंकि वह एक भ्रष्टाचारी व्यक्ति हैं।”