‘धान खरीदी’ को कांग्रेस बनाएगी ‘चुनावी’ हथियार!, देखें, VIDEO

By : madhukar dubey, Last Updated : February 3, 2023 | 11:55 am

छत्तीसगढ़। (Congress) कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के धनवान किसानों और धान खरीदी (dhaan khareedee) के रिकार्ड टूटने के विडियो अपने twitter एकाउंट पर जारी किए है। ये सच भी है कि धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य 2500 रुपए ने आज किसानों की तकदीर बदल दी है। अब वो वक्त गुजर गया, जब यहां के किसान फांकाकशी के शिकार होते थे। अब उन्हें अपनी मेहनत के सारे दाम यहां धान की खेती से ही मिल जा रहे हैं। कांग्रेस और भूपेश की जनकल्याणकारी योजनाओं ने छत्तीसगढ़ के किसानों को सम्पन्नता की ओर ले जा रही है। धान खरीदी ही नहीं गोधन न्याय योजना सहित अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं का डंका अब पूरे देश में बज रहा है।

ऐसे में जाहिर है कि इसका लाभ कांग्रेस को आगामी विधानसभा के चुनाव में देखने को मिलेगा। ये दीगर बात है कि बीजेपी इन मुद्दों को लेकर कांग्रेस को घेरती रहती है। लेकिन हकीकत है कि ग्रामीण अंचलों में अब कांग्रेस की साख बढ़ी है। इसके पीछे कारण भी है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भेंट मुलाकात का तूफानी दौरा भी रहा है। जहां तमाम किसानों ने अपने जीवन स्तर में सुधार की कहानियां भी सुनाई। जिसे पूरे छत्तीसगढ़ ने देखा और महसूस भी किया है।

इसके सियासी फायदे में कांग्रेस रहेगी अव्वल

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचल में किसानों और मजदूरों के जीवन स्तर में अमूलचूल परिवर्तन भी हुए हैं। यही कारण भी है कि विकास के पायदान में छत्तीसगढ़ पूरे देश में अपना प्रमुख स्थान बना चुका है। यही वजह भी है कि भूपेश सरकार के माडल की गूंज अब पूरे देश में सुनाई दे रही है। इतना ही नहीं अन्य राज्य भी छत्तीसगढ़ के नक्शे कदम पर चल रहे हैं।

चुनाव में इसको भुनाने की कोशिश में कांग्रेस

वैसे भी जब कांग्रेस सत्ता में आई तो अपने वादों के मुताबिक धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य और कर्जमाफी किया। ऐसे में कांग्रेस की छवि जनता के बीच एक भरोसमंद पार्टी के रूप में स्थापित हो चुकी है। अगर सियासी नजरिए से कांग्रेस इन पूरे वादों को लेकर जनता के बीच जाएगी तो निश्चित तौर पर फर्क पड़ेगा। बस जरूरत होगी, भूपेश सरकार के कामों और राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के मायने लोगों को समझाने की। वैसे भी कांग्रेस को फिर से सत्ता में दोबारा वापसी कराने के लिए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम जी जान से जुटे हैं। फिर भी उन्हें कुछ ऐसे मुद्दे है, जिनसे पार पाना होगा। वैसे भी चुनावी दौर में कांग्रेस को इस बार कितना जनता का समर्थन मिलता है, ये तो अाने वाला वक्त ही बताएगा।