कांग्रेसियों ने ‘देवी मंत्र’ का राज्यपाल पर छोड़े ‘सदबुद्धि’ बाण!, देखें VIDEO

या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः, मंत्रोच्चार के बीच आज कांग्रेसियों (Congressmen) ने राज्यपाल (Governor) और पीएम मोदी के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया।

  • Written By:
  • Updated On - December 30, 2022 / 06:41 PM IST

छत्तीसगढ़। या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः, मंत्रोच्चार के बीच आज कांग्रेसियों (Congressmen) ने राज्यपाल (Governor) और पीएम मोदी के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया। ये नजारा सिविल लाइन के मां काली के प्रांगण का है, जहां उन्होंने यज्ञ की वेदी बनाई।

पंडित को बुलाया और शुरू कर दिया बुद्धि शुद्धि यज्ञ। फिर क्या था, जो भी उधर से गुजरता, रुकता और मां के हवन कुंड की प्रज्जवलित अग्नि को प्रणाम करता। पता चला, यह यज्ञ राज्यपाल और मोदी के लिए किया गया। क्योंकि एक तरफ राज्यपाल आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेसियों ने मोदी जी की नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है। चाहे कुछ भी हो कि लेकिन राजनीति की पाठशाला में ये सब कुछ जायज है।

वैसे आज इस अनूठे यज्ञ की चर्चा पूरे दिन शहर में होती रही। इसके विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। बकायदा, एक पंडित जी ने बुद्धि शुद्धि यज्ञ का शुभारंभ किया। इसमें राज्यपाल के नाम और गोत्र और पीएम मोदी के नाम का संकल्प कर हवन-पूजन का दौर चला। वहां कांग्रेसियों ने कहा, ये प्रतिकात्मक विरोध भी और उनको आरक्षण को लेकर सदबुद्धि भी आ जाए, इसी कामना के साथ यह यज्ञ किया गया है।

आरक्षण बिल पर मचे घामासान के बीच कांग्रेसियों ने खोला राज्यपाल के विरुद्ध मोर्चा

गौरतलब है, विधानसभा में आरक्षण बिल पारित होने के बाद राज्यपाल इस हस्ताक्षर नहीं करने पर अड़ी हुईं हैं। उन्होंने विधेयक को लेकर 10 सवाल भी सरकार के पास भेजे थे। इसका जवाब भी सरकार ने दे दिया। अब इस कड़ी के पूरा होना के बाद राज्यपाल फिर दूसरा रूख अख्तियार कर लिया, अब उनका कहना है कि वे विधिक सलाहकार से सलाह ले रही है। कई दिन होने जाने के बाद भी उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किया।

आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं करने के जारी इस राजनीतिक द्वंद से सियायत का पारा सांतवें आसमान पर पहुंच चुका है। जिस पर कांग्रेस और बीजेपी में सियासतबाजी शुरू हो गई है। जहां भूपेश ने बीतों दिनों कहा था, क्या विधानसभा से बड़ा राज्यपाल का विधिक सलाहकार हो गया है। जबकि इसे विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित कराया गया है। इन बायानबाजियों के बीच राजभवन और सरकार के बीच ठनी है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी के इशारे पर राज्यपाल काम कर रही है। यही वजह है आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं कर सकी है।

3 जनवरी को कांग्रेस निकालेगी महारैली

राज्यपाल के आरक्षण बिल को लेकर अडि़यल रवैए को लेकर कांग्रेस 3 जनवरी को महारैली भी निकालने जा रही है। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने सभी समाज के वर्गों के संगठनों को आमंत्रण पत्र भेजा है। इसके साथ ही बीजेपी और राज्यपाल के विरोध में महारैली निकाली जाएगी। जहां कांग्रेस जनता को बताएगी, ऐसी नौबत क्यों आएगी। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी के आरक्षण विरोधी चेहरे को जनता के बीच उजागर किया जाएगा।