कांग्रेस का सवाल : सिर्फ BJP के ‘नेताओं’ को सुरक्षा क्यों?

चुनावों को प्रभावित करने के लिये 24 भाजपा नेताओं को सुरक्षा दिया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा

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  • Updated On - October 12, 2023 / 11:20 PM IST

  • क्या दूसरे दलों के नेताओं को खतरा नहीं? – कांग्रेस

  • केंद्र सरकार बतायें इन नेताओं ने कब सुरक्षा मांगी थी?

  • छत्तीसगढ़ को बदनाम करने सुरक्षा देने की नौटंकी की गयी

रायपुर। केंद्र सरकार ने राज्य के चुनावों को प्रभावित करने के लिये 24 भाजपा नेताओं को सुरक्षा दिया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला (Sushil Anand Shukla) ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार (BJP central government) छत्तीसगढ़ को बदनाम करने के लिये भाजपाइयों को सुरक्षा दिया है। सुरक्षा के लिये सिर्फ भाजपा का सदस्य होने को पैमाना माना गया है। क्या दूसरे दलों के नेताओं को खतरा नहीं है जो सिर्फ भाजपा के नेताओं को सुरक्षा दी गयी है? कांग्रेस और दूसरे दलों के नेताओं को सुरक्षा क्यों नहीं दी गयी है? भाजपा की केंद्र सरकार जानबूझकर छत्तीसगढ़ की छवि खराब करने के लिये अपने नेताओं को एक्स श्रेणी की सुरक्षा दिया है। भाजपा बतायें कि जिन 24 भाजपा नेताओं को सुरक्षा दी गयी, पिछले पांच सालों में उन्होंने कितनी बार अपनी सुरक्षा के लिये राज्य सरकार और स्थानीय पुलिस प्रशासन से आवेदन किया था। केंद्र सरकार यह भी बतायें कि इन सुरक्षा प्राप्त 24 नेताओं ने कब केंद्र सरकार से सुरक्षा के लिये आवेदन किया था जो केंद्र सरकार ने उनको सुरक्षा उपलब्ध करवाया। कांग्रेस चुनौती देती है कि भाजपा के इन नेताओं के सुरक्षा मांग का आवेदन सार्वजनिक करें।

  • प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास मुद्दा नहीं है। वह काल्पनिक मुद्दे गढ़ कर जनता में भ्रम फैलाती है। भाजपा के सारे बड़े नेता पिछले पांच सालों से सुरक्षा लेकर घूम रहे है। रमन सिंह तो राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भी ज्यादा सुरक्षा लेकर चलते है। भाजपाई चुनाव के समय खुद को असुरक्षित बताने की नौटंकी करते है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ में ईडी, आईटी के बाद अब सुरक्षा एजेंसियों की दुरूपयोग का षड़यंत्र कर रही है। 24 नेताओं की सुरक्षा भी भाजपाई षड़यंत्र का ही एक हिस्सा है। ईडी के माध्यम से झूठी कार्यवाहियां कर राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गयी। आईटी को भेजा गया अब नेताओं की सुरक्षा के नाम झूठ परोसने की नई साजिश की गयी है।

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